
- फर्जी WMT ट्रेडिंग ऐप में मुनाफा दिखाकर लिया झांसे में
- रजिस्ट्रेशन फीस लेने के बाद जमा कराए लाखों
नागपुर. शहर में शॉर्टकट तरीके से रुपयों को कम समय में डबल करने का लालच थमता नहीं दिख रहा है. गुरूवार फिर एक मामला सायबर पुलिस के पास आया. जिसमें ठगों ने सोशल साइट पर WMT ट्रेडिंग ऐप के माध्यम से कम समय मेें रकम दो-गुना करने का विज्ञापन देकर कई लोगों को 25 से 30 लाख रुपए का चूना लगा दिया. पीड़ितों की आंख तब खुली जब उसकी रकम ठग पचा गए. घबड़ाए पीड़ित ने तुरंत इसकी शिकायत साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई. इसके बाद दो आरोपियों के खिलाफ गुर नं. 14/2023 आईपीसी धारा 120 बी, 406, 420, 468, 471, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम धारा 66 सी, 66 डी,एमपीआईडी धारा 3,4 के तहत मामला दर्ज करा जांच शुरू कर दी गई है.
पीड़ित की का नाम राहुल चंद्रकांत चव्हाण (47) है. वह सुमित नगर, मानमोडे नगर, झिंगाबाई, टाकली का निवासी है. दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार पीड़ित राहुल की मुलाकात दुर्गेश झारिया और अनुपम से फेसबुक के माध्यम से हुई. यहां उन्होंने पीड़ित को WMT ट्रेडिंग ऐप के बारे में बताया. साथ ही दावा किया कि इसमें पैसा लगाकर सप्ताह में 6 दिन मुनाफा कमाया जा सकता है. पीड़ित को विश्वास में लेने के बाद झरिया और अनुपम ने उसके व्हाट्सएप नंबर पर एक लिंक भेजा. यहां रजिस्ट्रेशन के लिए उससे यूपीआई के माध्यम से 500 रुपये भी जमा कराए. इसके बाद पीड़ित को डब्ल्यूएमटी व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल कर लिया गया. यहां पीड़ित को प्रयोजित तरीके से दिखाया गया कि जिन लोगों ने यहां पैसा निवेश किया वे बड़ा रिटर्न प्राप्त कर रहे हैं. सायबर ठगी का यह मामला पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, संयुक्त पुलिस आयुक्त अश्वती दोर्जे, उप पुलिस उपायुक्त, वित्तीय अपराध शाखा अर्चित चांडक के मार्गदर्शन में मामला दर्ज कर जांच की जा रही है. जांच के दौरान एनपीसीआई से तुरंत संपर्क कर आरोपी की यूपीआई आईडी की जानकारी ली गई है. इस आईडी से जुड़े सभी बैंक खातों को फ्रीज करने की प्रक्रिया जारी है.
60 प्रश राशि वापस करने का लालच
सदस्यों की संख्या में जब ज्यादा इजाफा हुआ तो ग्रुपों की संख्या भी बढ़ाई गई. जो लोग 500 रुपए रजिस्ट्रेशन फीस जमा कर देते थे, उन्हें ग्रुप एडमिन द्वारा प्रूफ देखकर शामिल कर लिया जाता था. इस प्रकार जब सदस्यों की संख्या 5 से 6 हजार पहुंच गई तो 25 दिसंबर 2022 से 8 जनवरी 2023 के मध्य 500 रुपए रजिस्ट्रेशन की फीस बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दी गई. 13 मार्च 2023 तक लोग इस एप्प से अपना पैसा निकाल सकते थे लेकिन इसके बाद निकाली बंद हो गई.इस मामले के आरोपियों ने एक फर्जी ऑनलाइन ट्रेडिंग सिस्टम बनाया. पीड़ितों को कम से कम 60% राशि वापस करने का लालच दिया गया. फर्जी स्क्रीन शॉर्ट शेयर कर लोगों का विश्वास जीता गया. इस कारण ज्यादा लोग फंसे.
सभी नंबर विदेशी हैं
पुलिस द्वारा जब्त किए गए व्हाट्सएप और टेलीग्राम ग्रुप से यह खुलासा हुआ है कि निवेश के लिए बनाए गए विभिन्न ग्रुप के एडमिन और उनके नंबर इंग्लैंड में 44 नंबर के हैं. इसके अलावा पुलिस उपायुक्त अर्चित चांडक ने बताया कि इसमें अन्य देशों के लोग भी शामिल थे.वित्तीय अपराध शाखा सेबी और आरबीआई को पत्र भेजकर ‘इंटरनेट ऐप’ के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेडिंग में निवेश करने वाले निवेशकों की जानकारी लेने और उसके माध्यम से निवेशकों का पैसा वापस लेने के लिए कहेगी.