Aadhaar registration of stuck children, delay in registration of 19,000 children
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    नागपुर. आधार कार्ड बनाने के लिए लोगों को केंद्रों में चक्कर काटने पड़ते हैं लेकिन मेकोसाबाग की क्रिश्चन कॉलोनी में लोगों को 20 रुपये में किसी के भी नामक का आधार कार्ड बेचा जा रहा था. एक समाजसेवी ने स्टिंग आपरेशन करके इसका पर्दाफाश किया. प्रभात अग्रवाल ने इसकी शिकायत जरीपटका पुलिस से की. पुलिस जांच में जुट गई है.

    बताया जाता है कि कचरा चुनने वाले एक व्यक्ति को रास्ते के किनारे आधार कार्ड का बंडल मिला. उसने अन्य सामान के साथ कबाड़ी को आधार कार्ड भी बेच दिए. कबाड़ी ने सभी कार्ड अपने पड़ोसी को दे दिए. पड़ोसियों ने आधार में दर्ज नंबर पर कॉल करके लोगों को अपने घर पर बुलाया. जिसने जो नाम बताया उसका आधार कार्ड 20 रुपये लेकर दे दिया गया.

    प्रभात ने उस परिवार को 20 रुपये देकर मनोज असरानी नामक व्यक्ति का आधार कार्ड खरीद लिया. इसकी शिकायत जरीपटका पुलिस से की. पुलिस तुरंत उस परिवार के घर पहुंची. वहां 100 से ज्यादा आधार कार्ड मिले. पड़ोसियों ने कबाड़ी का नाम बताया. कबाड़ी का कहना है कि एक व्यक्ति रद्दी में सारे आधार कार्ड बेचकर गया था.

    परिवार का कहना था कि फोन करके लोगों को आधार कार्ड देकर केवल मदद की जा रही थी लेकिन लावारिस स्थिति में इतनी बड़ी संख्या में आधार कार्ड मिलना आश्चर्य की बात है. पुलिस सभी से पूछताछ करने वाली है.