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    नागपुर. मनपा स्कूलों की इमारतें जर्जर होने के कई मामले भले ही उजागर होते रहे हों लेकिन इसे दरकिनार कर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए मनपा की ओर से उपक्रम शुरू होने का दावा किया जा रहा है. ‘माझी शाला, सक्षम शाला’ का उपक्रम शुरू करने का हवाला देकर मंगलवार को महल स्थित टाउन हाल में मुख्याध्यापकों की कार्यशाला ली गई. जिसमें मनपा स्कूलों की गुणवत्ता बढ़ाने का संकल्प जताया गया. हाल ही में सुरेन्द्रगढ़ स्थित कांचनमाला मनपा स्कूल का एक मामला उजागर हुआ था. जिसमें स्कूल शुरू रहते समय ही स्लैब का एक हिस्सा गिरने की घटना हुई थी. हालांकि इस दौरान सीढ़ियों पर से छात्रों का आना-जाना नहीं रहा, जिससे कोई भी घटना नहीं हुई. किंतु स्कूल की इमारत जर्जर होने का मामला निश्चित ही उजागर हुआ था.

    प्राथमिक शिक्षा का स्तर बढ़ना जरूरी

    पदाधिकारी और अधिकारियों का मानना था कि हाल ही में 10वीं और 12वीं के परिणाम घोषित हुए हैं. जिसमें मनपा स्कूलों का सराहनीय परिणाम रहा है. सफलता का यह ग्राफ ऊंचा रहे, इसके लिए प्राथमिक शिक्षा का स्तर तथा उसकी गुणवत्ता में वृद्धि होना जरूरी है. इसी उद्देश्य से मनपा प्रशासन अब निजी संस्थाओं के साथ मिलकर ‘मेरी स्कूल, सक्षम स्कूल’ का उपक्रम चलाने जा रही है. प्राथमिक शिक्षा का स्तर और उसकी गुणवत्ता में वृद्धि कैसे हो सकेगी. इसके लिए एक दिवसीय कार्यशाला लेकर मुख्याध्यापकों को मार्गदर्शन किया गया. शिक्षणाधिकारी प्रीति मिश्रिकोटकर, समर बजाज, जयश्री ओबेराय, दीमिनी मैनकर, मयुरेश भोवते, डॉ. वसुधा वैद्य उपस्थित थे.

    चरणबद्ध तरीके से शिक्षकों को प्रशिक्षण

    बताया जाता है कि उपक्रम के अंतर्गत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अलावा अंग्रेजी शिक्षा, हर माह बैठकें तथा इसके लिए चरणबद्ध तरीके से शिक्षकों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. मनपा स्कूलों की गुणवत्ता बढ़ाने तथा शिक्षा का स्तर ऊंचा करने के लिए आ रही समस्याओं को लेकर भी मुख्याध्यापकों और शिक्षकों की राय ली गई. उपक्रम में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों को लेकर पॉवरपॉइंट प्रेजेंटेशन भी प्रस्तुत किया गया. राज्य की अन्य महानगर पालिका क्षेत्र में इसी कार्यक्रम के तहत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का कार्य सफल होने का हवाला देते हुए नागपुर महानगर पालिका में भी इसकी सफलता की आशा जताई गई.