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सीपी अमितेश कुमार

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नागपुर. विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान शहर में यातायात की समस्या की आशंका के चलते सीपी अमितेश कुमार ने सड़कों का निर्माण कार्य करने वाले सभी ठेकेदारों को 30 दिन के भीतर अपना काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं. शीत सत्र के दौरान शहर में वीआईपी मूवमेंट बढ़ जाएगा. यह कहा जा सकता है कि पूरी सरकार ही नागपुर में रहेगी. इस दौरान बड़ी तादाद में लोग अपनी मांगों को लेकर मोर्चे निकालते हैं. ऐसे में शहर में भीड़ भी बढ़ जाती है. यातायात सुचारु रखने के लिए कई मार्गों में परिवर्तन भी किया जाता है. ऐसे में निर्माणाधीन सड़कें पुलिस विभाग का टेंशन बढ़ा सकती हैं, इसीलिए सोमवार को सीपी ने डीसीपी चेतना तिड़के, एनएमसी, महा मेट्रो, एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी और मध्य रेलवे सहित सड़क निर्माण एजेंसियों के सभी प्रतिनिधियों के साथ बैठक की.

यह शीत सत्र मौजूदा सरकार का आखिरी अधिवेशन होगा, इसीलिए भी मोर्चों की संख्या पहले की तुलना में अधिक होने का अनुमान लगाया जा रहा है. सीपी ने विशेषतौर पर सिविल लाइंस से जुड़े इलाकों पर ध्यान केंद्रित किया है. अधिकारियों को कहां-कहां सड़कों का काम चल रहा है और कब तक पूरा होगा इसकी विस्तृत रिपोर्ट लेने को कहा गया है. सिविल लाइंस में कहीं भी यातायात बाधित न हो इसके लिए उपयुक्त इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं.

प्रमुख मार्गों में नागपुर-अमरावती रोड पर वैरायटी चौक से भोले पेट्रोल पंप, यूनिवर्सिटी कैंपस से वाड़ी नाका, वर्धा रोड पर पंचशील से रहाटे कॉलोनी, विद्यापीठ लाइब्रेरी पुल, मानस चौक, जयस्तंभ, श्रीमोहिनी काम्प्लेक्स, मुंजे चौक, मेहाड़िया चौक, कांग्रेसनगर से मेहाड़िया चौक, महाराजबाग से ओल्ड वीसीए स्टेडियम, मनीषनगर आरओबी, चिंचभवन ब्रिज, नरेंद्रनगर आरयूबी इन मार्गों पर निर्माण काम चल रहा है. सीपी ने कहा कि इस बार मोर्चों की संख्या अधिक होगी. ऐसे में यशवंत स्टेडियम, चाचा नेहरू बाल उद्यान, एलआईसी और बड़ी संख्या में मोर्चे महाराजबाग के रास्ते मोर्चा प्वॉइंट पर जाते हैं.

सड़कों के निर्माण के चलते वाहनों के आवागमन की परेशानी बढ़ जाएगी. इस दौरान मंत्री और नेताओं को अलग-अलग कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेने जाना होता है, इसीलिए सड़कों की मरम्मत जल्द से जल्द होनी चाहिए. अधिकांश निर्माणाधीन सड़क परियोजनाएं सिविल लाइंस क्षेत्र के आसपास हैं. काम की गति धीमी होने से वाहन चालकों को परेशानी हो रही है.

विधानमंडल सत्र के दौरान समस्या और बढ़ जाएगी क्योंकि मार्ग बंद होने से वाहनों की आवाजाही बाधित होगी. विशेष रूप से सिविल लाइंस, अमरावती रोड और रेलवे स्टेशन के पास चल रहे सड़क कार्यों को 30 नवंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया. काम में ढिलाई ठेकेदारों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है. रवींद्रनाथ टैगोर मार्ग से महाराजबाग चौक तक चल रहे कार्य से परेशानी बढ़ सकती है. हालांकि इस परियोजना को पूरा करने की समय सीमा दिसंबर 2023 है.