Bridge collapsed near Dheeran Kanya School

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नागपुर. नाग नाले में तेज बहाव में धीरन कन्या विद्यालय के सामने स्थित पुल का बड़ा हिस्सा ढह गया. सुबह 6.30 बजे के दौरान यह हादसा हुआ. यदि यह घटना दिन में होती तो बहुत भयानक हादसा हो सकता था. पुल के बिल्कुल ऊपर आपली बस स्टॉप है. यहां दिनभर 100 से ज्यादा नागरिक खड़े रहते हैं. इस हादसे को लेकर प्रशासन की लापरवाही सामने आई है.

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि लंबे समय से प्रशासन को इसकी जानकारी दे रहे हैं, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. लोगों ने बताया कि रात 3 बजे के बाद से ही पानी का बहाव तेज था. धीरे-धीरे पुल के नीचे के पिल्लर से कांक्रीट निकलने लगा. सुबह होते-होते पांचों पिल्लर ढह गए. करीब 20 फुट चौड़ाई और 100 फुट लंबा हिस्सा पूरी तरह से ध्वस्त हो गया. पुल के ऊपर बना बस स्टॉप पानी में बह गया. घटना की जानकारी मिलते ही महानगर पालिका के अधिकारी मौके पर पहुंचे.

डीसीपी जोन 2 राहुल मदने और डीसीपी ट्रैफिक चेतना तिड़के ने भी अधिकारियों के साथ जायजा लिया. सुरक्षा के लिहाज से प्रशासन ने दोनों तरफ बैरिकेडिंग करके पुल से आवागमन बंद कर दिया है. झांसी रानी चौक से पंचशील चौक की तरफ जाने वाले वाहन मुंजे चौक और यशवंत स्टेडियम होकर पंचशील चौक जाएंगे. पंचशील चौक से झांसी रानी की ओर जाने वाले वाहनों का भी इस मार्ग से आवागमन होगा. एक विकल्प यूनिवर्सिटी लाइब्रेरी चौक था लेकिन यह पुल भी पिछले वर्ष ढह गया था. इसीलिए यह मार्ग पहले से बंद है. इस हादसे के बाद यातायात प्रभावित होगा. मुंजे चौक पर यातायात बढ़ जाएगा. यहां पहले से ही आवागमन में दिक्कत होती है. इसीलिए यातायात पुलिस विभाग को ज्यादा ध्यान देना होगा. 

1 वर्ष से कर रहे हैं पत्र व्यवहार

नाले के बगल में हिंदुस्तान फर्नीचर के संचालक जगजीतसिंह सद्दल ने बताया कि यह समस्या आज से नहीं है. पिछले 1 वर्ष से पुल के नीचे का हिस्सा धंस रहा है. भारी वाहनों की आवाजाही होने पर पुल हिलता था. इसीलिए पिछले 1 वर्ष से वे लगातार प्रशासन से पत्र व्यवहार कर रहे हैं. महानगर पालिका का महामार्ग प्राधिकरण को भी शिकायत की गई. अधिकारियों ने जायजा भी लिया था लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ. झांसी रानी और पंचशील चौक के बीच पुल के ऊपर सिटी बस स्टॉप बना हुआ था. अब कोई अनुमान भी नहीं लगा सकता है कि यहां बस स्टॉप था. यदि यह हादसा 10 बजे के बाद होता तो कम से कम 50 लोगों की जान चली जाती.

प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया ही नहीं. उनकी दूकान का हिस्सा भी इस वजह से धंस गया है. पुल के नवनिर्माण से ही यह समस्या हल हो सकती है. धीरन कन्या की तरफ का हिस्सा भी धंस रहा है. जल्द कोई निर्णय नहीं लिया गया तो बड़ा हादसा हो सकता है. परिसर में पानी घुसने से उनकी दूकान का फर्नीचर भी खराब हो गया है.