Krupal Tumane

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    नागपुर. सांसद कृपाल तुमाने ने मंगलवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर देश भर के अनाथालयों में रहने वाली लड़कियों की शादी की जिम्मेदारी केंद्र सरकार से उठाने की मांग की. साथ ही कहा कि लड़कियों को 18 साल बाद भी शादी तक अनाथालय में रहने दिया जाए. इस पर गृह मंत्री शाह ने तुमाने को आश्वासन दिया कि सरकार अनाथ बच्चियों के मुद्दे को लेकर गंभीर है और जाति के आधार पर इस मामले पर ध्यान देगी. सांसद तुमाने ने बताया कि देश में करीब साढ़े तीन करोड़ बच्चे अनाथ हैं और यह आंकड़ा हर साल बढ़ रहा है. नीति आयोग ने अभी तक कोई सर्वेक्षण नहीं किया है और इस बारे में जानकारी भी एकत्र नहीं की है. भारत में अनाथों के बारे में कोई जानकारी यूनिसेफ की वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं है. इसके विपरीत अफ्रीका के गरीब देशों ने अपना डेटा सार्वजनिक कर दिया है.

    18 साल बाद भी रहने की मिले इजाजत

    अनाथालय पूरे देश में गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) द्वारा चलाए जाते हैं. उनमें से कुछ को सब्सिडी दी जाती है. अनाथों को 18 साल की उम्र होने पर अनाथालय छोड़ना पड़ता है. इसके बाद उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है. खासकर लड़कियों की हालत और खराब हो जाती है. ये लड़कियां अनाथालय छोड़कर कहां जाती हैं, कैसे रहती हैं और कहां रहती हैं, इसकी जानकारी सरकार के पास नहीं है. राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक मानव तस्करी के मामले बढ़ रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा दिया है. ऐसे समय में हम सभी का कर्तव्य है कि अनाथालय से निकलने वाली बच्चियों की स्थिति पर नजर रखें.

    किसानों को मिले 50,000 रुपए प्रति एकड़

    तुमाने ने अमित शाह से अनुरोध किया कि अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों को 50,000 रुपये प्रति एकड़ की तत्काल वित्तीय सहायता प्रदान की जाए. उन्होंने कहा कि रामटेक लोकसभा क्षेत्र यानी नागपुर जिले की सभी 13 तहसीलों में सोयाबीन, कपास, अरहर, सब्जी, धान की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है. लगातार बारिश के कारण कई गांवों में खेती तालाबों का रूप ले चुकी है. अगेती बुआई के साथ-साथ देर से बोई गई फसलें भी पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं. इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है. भारी बारिश के कारण आई बाढ़ ने न केवल खेतों को नुकसान पहुंचाया बल्कि कई घरों को भी तबाह कर दिया है. सड़कें खराब हो गई हैं. नहरें फट रही हैं जिससे नुकसान बढ़ गया है.