Maharajbagh Zoo, nagpur

  • कलेक्टर ने दिए आदेश

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नागपुर. कोरोना संकट की वजह से मार्च में लॉकडाउन के साथ ही महाराजबाग चिड़ियाघर और गार्डन को बंद कर दिया था. हालांकि कुछ महीनों तक स्थिति ठीकठाक रही, लेकिन पिछले 2 महीने से दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का वेतन रोक दिया गया था. इसकी मुख्य वजह महाराजबाग को हर माह दर्शकों से होने वाली आय थी.

इस संबंध में दो महीने पहले ही महाराजबाग प्रशासन की ओर से जिलाधिकारी को पत्र भेजकर चिड़ियाघर खोलने की मंजूरी मांगी गई थी. लेकिन अब तक मामला प्रलंबित था. शनिवार को जिलाधिकारी कार्यालय ने पत्र जारी कर आर्थिक स्थिति को देखते हुए महाराजबाग को खोलने की मंजूरी दे दी.

शनिवार को कार्यालय बंद होने और आदेश देरी से मिलने की वजह से शुरू नहीं हो सका, लेकिन अब रविवार से महाराजबाग दर्शकों के लिए खोल दिया जाएगा. पिछले 9 महीने से बंद महाराजबाग खोल दिया गया जाएगा, लेकिन कोविड काल के सभी नियमों का पालन करना होगा. शासन की ओर से पर्यटन के संबंध में जारी की गई एसओपी का पालन करना होगा. प्रवेश द्वार पर सभी का थर्मामीटर गन द्वारा तापमान लिया जाएगा. साथ ही ऑक्सीजन लेवल भी चेक किया जाएगा. सैनेटाइजर की भी व्यवस्था प्रशासन को करना होगा. चिड़ियाघर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य होगा.

बच्चों को नहीं मिलेगा प्रवेश

महाराजबाग बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र है. चिड़ियाघर में वन्य प्राणियों को देखने का बच्चों में विशेष आकर्षण होता है. साथ ही गार्डन में लगे झूले और घसरन पट्टी पर बच्चों की मस्ती देखते ही बनती है, लेकिन जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश के अनुसार 10 वर्ष से कम और 65 वर्ष से अधिक उम्र वालों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. यानी बच्चों के साथ सपरिवार आने वालों को निराशा ही हाथ लगेगी.