raj thackeray

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    नागपुर. मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने नागपुर शहर व जिले की कार्यकारिणी को बर्खास्त कर दिया. उन्होंने कहा कि कुछ गलत हो रहा था, 16 वर्षों में पार्टी-संगठन जितनी बढ़नी थी वह नजर नहीं आई, इसलिए यह निर्णय लेना पड़ा. अब नये युवक-युवतियों के साथ पुराने कार्यकर्ताओं के साथ नई कार्यकारिणी की घोषणा 28 सितंबर को करेंगे. वे रविभवन में पत्रकारों से चर्चा के दौरान बोल रहे थे.

    वार्ड पद्धति से हो मनपा चुनाव

    ठाकरे ने कहा कि जो सत्ता में आता है वह अपने फायदे के लिए चुनाव की पद्धति बदल देता है. प्रभाग पद्धति लोकतंत्र के लिए खतरा है. एक प्रभाग में 3-4 नगरसेवक होते हैं तो जिम्मेदारी किस पर सुनिश्चित करेंगे. एक वार्ड में एक नगरसेवक अपने वार्ड की जनता के प्रति जिम्मेदार होता है. इसलिए चुनाव वार्ड सिस्टम से ही होना चाहिए जैसे मुंबई में है. उन्होंने चुनाव आयोग की खिंचाई करते हुए कहा कि वह क्या कर रहा है. केवल वोटर कार्ड बांटने की काम तो उसका नहीं है. उन्होंने चुनाव के समय पार्टियों द्वारा फ्री बिजली, पानी, लैपटॉप, मकान देने की घोषणा पर नाराजी जताई. उन्होंने कहा कि फोकट में तो जनता को भी कुछ नहीं चाहिए, उन्हें उचित दाम में चाहिए, जो फोकट में सब चाहते हैं वे देश की इकोनॉमी बिगाड़ रहे हैं. 

    विदर्भ पर जनमत संग्रह करें

    स्वतंत्र विदर्भ राज्य पर मनसे की भूमिका के संदर्भ में उन्होंने कहा कि इसके लिए जनमत संग्रह होना चाहिए, ठीक वैसे ही जैसे चुनाव करवाये जाते हैं. किसी संगठन या संस्था द्वारा जनमत मायने नहीं रखता. इंग्लैंड में ब्रेग्जिट के लिए जनमत इसका उदाहरण है. ठाकरे ने विदर्भ में फसलों के नुकसान, किसान आत्महत्या से संबंधित सवालों के जवाब यह चिकोटी लेते हुए टाल दिया कि इसका जवाब ‘मामा’ (उप मुख्यमंत्री) से मांगें. राज्य में जिस तरह दल-बदलने और पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में जाने का वातावरण चल रहा है, उस पर उन्होंने कहा कि यह उस जनता के साथ धोखा है जो ऐसे लोगों को चुनकर देती है. जनता के मतों का सम्मान नहीं करने वाले जनप्रतिनिधि को जनता ही सबक सिखा सकती है. दोबारा ऐसे लोगों को चुनने पर उन्हें लगता है कि हम सही हैं.