- 60 से ज्यादा हो चुके शिकार
नागपुर. सोशल मीडिया, वीडियो चैट और पोर्न साइट के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसाकर सेक्सटॉर्शन करने वाली कई गैंग इंटरनेट पर सक्रिय है. ठगों के रैकेट पिछले कई महीनों से लोगों को ब्लैकमेल करके लाखों रुपयों की वसूली कर चुके है. शहर में ही अब तक 60 से ज्यादा इनका शिकार हो चुके है. उन्हें लाखों रुपये देने पड़े जो इन ब्लैकमेलरों को पैसा नहीं देता उसके सोशल मीडिया अकाउंट में अश्लील वीडियो वायरल कर दिए जाते है.
आश्चर्य की बात ये है कि डॉक्टर, इंजीनियर, सीए और छात्र हर तपके के लोग सेक्सटॉर्शन का शिकार हो चुके है. हाल ही में एक शिक्षण संस्थान के संचालक को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा. सोशल मीडिया के जरिए रिया अग्रवाल नामक महिला ने उससे संपर्क किया. पहले तो दोनों के बीच चैटिंग हुई. बाद में वीडियो चैट में महिला ने उसे निर्वस्त्र होने को कहा. इस वीडियो चैट स्क्रीन को रिकॉर्ड कर लिया गया और मोटी रकम की मांग की गई. पैसे देने से इनकार करने पर फेसबुक प्रोफाइल में वीडियो डालकर बदनामी की गई. यह प्रकरण पुलिस के पास भी पहुंचा है.
इंटरनेट पर जमकर हो रहा प्रचार
इंटरनेट पर लाइव डेटिंग एप्लीकेशन का जमकर प्रचार हो रहा है. लोगों को अपरिचित महिला और पुरुषों के साथ वीडियो चैटिंग का झांसा दिया जाता है. अकेलेपन में बहुत से लोग डेटिंग एप्लीकेशन डाउनलोड कर लेते है. इसके अलावा पोर्न साइट्स के माध्यम से भी यह काम होता है. इतना ही नहीं ठगों के रैकेट सोशल मीडिया पर अपने शिकार ढूंढते है.
जो जितना ज्यादा सक्रिय होता है उसे महिला द्वारा फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जाती है. कुछ दिन तक साधारण चैटिंग होती है. इसके बाद महिला सहजता से वीडियो चैट करने के लिए मना लेती है. निर्वस्त्र होकर महिला पुरुषों आकर्षित करती है. पुरुष बहक जाते है और सारी वीडियो चैट को रिकॉर्ड कर लिया जाता है. पोर्न साइट और डेटिंग एप में भी इसी तरह से लोगों को फंसाया जाता है.
हर सप्ताह 2 शिकायत
इस संबंध में क्राइम ब्रांच के अधिकारी से बात करने पर बड़े पैमाने पर इस प्रकार की घटनाएं होने का पता चला. अधिकारी ने बताया कि सप्ताह में 2 शिकायतें आ ही रही है. अब तक 60 से ज्यादा लोग इस प्रकार से ब्लैकमेलिंग का शिकार हो चुके है. यह आंकड़ा कम से कम 4 गुना हो सकता है लेकिन पीड़ित लोग बदनामी के डर से शिकायत नहीं करते. इसमें वृद्धों और छात्रों की संख्या ज्यादा है.
कोई वर्ग इससे अछूता नहीं है. हर पेशे के लोग इन ठगों के झांसे में आ चुके है. आश्चर्य की बात है कि पढ़े-लिखे लोग ही इनका शिकार होते है. आरोपियों की मांग पर अपनी क्षमता के अनुसार पैसा दे देते है. लेकिन बाद में भी उन्हें ब्लैकमेल किया जाता है.
CA को लगा 3.25 लाख का चूना
वैसे तो आए दिन इस प्रकर की घटनाएं सामने आ रही है लेकिन कुछ मामलों में लोगों ने बदनामी के डर से लाखों रुपये गवाएं है. हाल ही में धंतोली परिसर में रहने वाले 75 वर्षीय सीए के साथ भी सेक्सटॉर्शन हुआ. डेटिंग एप्लीकेशन के जरिए वृद्ध ने अपना अकेलापन दूर करने की कोशिश की. महिला के जाल में फंस गया और वीडियो सेक्स चैट की. बस कुछ ही समय बाद उसका अश्लील वीडियो मोबाइल पर आ गया. महिला ने ब्लैकमेलिंग कर वृद्ध से 3.25 लाख रुपये वसूल लिए. सेक्स वीडियो चैट करते समय तो उन्हें कुछ नहीं लगा, लेकिन बाद में बदनामी का डर सताने लगा.
मानसिकता सुधारें लोग
साइबर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर अशोक बागुल ने बताया कि यह किसी भी उम्र और पेशे के व्यक्ति के साथ हो सकता है लेकिन यह अन्य अपराधों की तरह नहीं है. इन मामलों में कोई अपराधी किसी के साथ जबरदस्ती नहीं करता. डेटिंग एप्लीकेशन पर लोग खुद जाते है. आपके आसपास की महिलाओं से चैटिंग करवाने के नाम पर एड्रेस और लोकेशन लिया जाता है. रजिस्ट्रेशन के नाम पर उनसे मामूली रकम और मोबाइल नंबर आदि जानकारी ली जाती है.
व्यक्ति विशेष को लगता है कि उसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं होगी. लेकिन वह वीडियो चैट करने से पहले यह नहीं सोचता कि बाद में इसका क्या खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. इसीलिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. लोगों को अपनी मानसिकता सुधारने की जरूरत है. बदनामी के डर से लोग शिकायत नहीं करते. लेकिन ऐसा करने से ब्लैकमेलर के हौसले और बढ़ते है. इसीलिए लोग बिना डरे अपने एरिया के साइबर पुलिस स्टेशन से शिकायत करें. निश्चित ही उनकी शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी. – इंस्पेक्टर अशोक बागुल