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नागपुर. स्कूल शिक्षा विभाग ने गुरुवार से शिक्षा शुरू करने का आदेश दिया है. इसके मद्देनजर पहली से 12वीं कक्षा के सभी शिक्षकों को 26 जून को स्कूल में उपस्थित रहने का आदेश दिया गया है. जिले के सभी 13 तालुकों के मुख्याध्यापकों, केंद्र प्रमुखों, समूह शिक्षा अधिकारियों, विस्तार अधिकारियों और स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्षों की बैठक में यह निर्णय लिया गया. राज्य सरकार के आदेश के बाद लिए गए निर्णय में कक्षावार स्कूलों की शुरुआत करने के लिए कहा गया. इसके बाद स्कूल व जूनियर कालेज के शिक्षकों में स्कूल जाने के समय को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई थी. इसको दूर करने की मांग करते हुए कुछ संगठनों ने इस संबंध में बयान जारी किए थे.

तालुकास्तर की बैठक
इस बीच जूम ऐप पर हुई बैठक में प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा अधिकारी चिंतामण वंजारी ने तालुकास्तर के मुख्याध्यापकों, केंद्र प्रमुख, समूह शिक्षा अधिकारी, विस्तार अधिकारी, ग्राम सेवक, सरपंच और स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्षों को शामिल किया. तालुकास्तरीय बैठक में कहा गया कि शिक्षकों को 26 जून से स्कूलों में आना जरूरी होगा. इसके अलावा 15 दिनों में स्कूलों को सेनिटाइज करने और अन्य आवश्यक चीजों की व्यवस्था करने के लिए भी कहा गया.

किताबों का वितरण लगभग पूरा
वंजारी ने कहा कि स्कूलों में छात्रों को किताबों का वितरण लगभग पूरा हो चुका है. लेकिन, कोरोना महामारी के बीच स्कूलों को शुरू करने पर विचार किया जा रहा है. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि छात्रों को स्कूल में कब बुलाया जाएगा. हालांकि, शिक्षकों को अब 9वीं से 12वीं तक के छात्रों के अलावा अन्य छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने के लिए स्कूलों में बुलाया जाएगा. इस बैठक के बाद शेष तालुकों में स्कूलों के संबंध में एक और बैठक आयोजित की जाएगी.

स्कूल शुरू या बंद करने को लेकर भ्रम नहीं है और 26 जून से सभी शिक्षकों को स्कूल जाना होगा. स्थिति के मद्देनजर स्कूल प्रबंधन समिति छात्रों को बुलाने का फैसला करेगी.

-चिंतामण वंजारी, प्राथमिक शिक्षा अधिकारी.