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    नाशिक: पिछले दो साल से हाहाकार मचाने वाली कोरोना महामारी (Corona Pandemic) अब खत्म हो गई है, लेकिन कोरोना (Corona) की चौथी लहर (Fourth Wave) का खतरा अभी भी नागरिकों पर मंडरा रहा है। ऐसे में जिले के येवला, बागलाण, दिंडोरी, इगतपुरी, कलवण, मालेगांव, त्र्यंबकेश्वर आदि 7 तहसीलें कोरोना मुक्त हो गई हैं। जिले के अन्य क्षेत्रों में केवल 69 मरीजों (Patients) का उपचार चल रहा है। कोरोना महामारी की पहली लहर ने मालेगांव, येवला में हाहाकार मचा दिया था। 

    वहीं, दूसरी लहर में नाशिक शहर के साथ जिले के येवला, सिन्नर, निफाड़ आदि में कहर ढाया था। इस स्थिति को नियंत्रित करने में यंत्रणा पसीना-पसीना हो गई थी। ऐसे में दीपावली के बाद कुछ राहत मिली। धीरे-धीरे मरीजों की संख्या कम होने लगी। आज की स्थिति में जिले की 7 तहसीलों में एक भी मरीज नहीं है। इसके चलते प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग सहित नागरिकों को राहत मिली है। ऐसे में कुछ देशों में कोरोना की चौथी लहर का भयावह असर दिखाई दे रहा है। इसके चलते अपने देश में भी कोरोना की चौथी लहर का खतरा मंडरा रहा है। 

    जिले में अब तक 4,75, 995 मरीज मिले

    जिला सरकारी अस्पताल द्वारा प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार अब तक जिले में 4 लाख 75 हजार 995 कोरोना मरीज सामने आए हैं। इसमें से 4 लाख 67 हजार मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। आज की स्थिति में 69 मरीजों पर उपचार चल रहा है। अब तक 8 हजार 899 मरीजों की मौत हो चुकी है। जिले के येवला, बागलाण, दिंडोरी, इगतपुरी, कलवण, मालेगांव, त्र्यंबकेश्वर तहसील के नागरिक कोरोना मुक्ति का आनंद ले रहे हैं। नाशिक 5, चांदवड़ 1, देवला 1, नांदगांव 1, निफाड़ 5, पेठ 2, सिन्नर 2, सुरगाणा 3, ऐसे कुल 20 पॉजिटिव मरीज ग्रामीण अस्पताल में उपचार ले रहे हैं। नाशिक महानगर पालिका क्षेत्र में 46, मालेगांव महानगर पालिका क्षेत्र में 0, वहीं जिला बाहर के 3, ऐसे कुल 69 मरीज इलाज करा रहे हैं।

    ग्रामीण में 97.56 प्रतिशत मरीज हुए ठीक

    जिले में मरीज ठीक होने का प्रतिशत नाशिक ग्रामीण में 97.56, नाशिक शहर में 98.48, मालेगांव में 97.38 प्रतिशत तो जिला बाह्य में ठीक होने का प्रमाण 98.45 प्रतिशत है। जिले में मरीज ठीक होने का प्रमाण औसतन 98.22 प्रतिशत है। 

    कोरोना नियमों की न उड़ाएं धज्जियां 

    मरीजों की संख्या कम हो गई है। इसके चलते नागरिक मास्क, सेनिटाइजर, सोशल डिस्टेंसिंग, हाथ साफ करने आदि कोरोना नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। कोरोना महामारी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। इसलिए नागरिकों द्वारा सख्ती के साथ कोरोना नियमों का पालन करना जरूरी है। ऐसी अपील स्वास्थ्य विस्तार अधिकारी राजेंद्र खैरे ने की।