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सटाणा: नासिक महानगरपालिका का चुनाव कार्यक्रम कभी भी घोषित हो सकता है। इसके पहले ही नासिक (Nashik) की राजनीति में उथल-पुथल देखने को मिल रहा है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले (Chandrashekhar Bawankule) ने हाल ही में नासिक का दौरा किया था। इसके बाद पर्दे के पीछे कई घटनाएं हो रही हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) के कट्टर समर्थक और सटाणा नगरपालिका के पूर्व नगराध्यक्ष सुनील मोरे (Sunil More) सहित 11 पूर्व नगरसेवक बीजेपी में शामिल होने वाले हैं। 18 अप्रैल को मुंबई स्थित बीजेपी प्रदेश कार्यालय में प्रवेश समारोह होगा। 

इसके पहले सुनील मोरे ने बावनकुले से मुलाकात की थी। इसके चलते भुजबल को जोर का झटका लगने की बात कही जा रही है। सुनील मोरे के बीजेपी में शामिल होने से सटाणा की राजनीति में बड़े तौर पर उथल-पुथल होगा। पूर्व नगराध्यक्ष मोरे छगन भुजबल के कट्टर समर्थक थे। सटाणा स्थित शहर विकास आघाड़ी के मोरे संस्थापक हैं। साथ ही मोरे समता परिषद के पूर्व ग्रामीण जिला प्रमुख थे। 

18 अप्रैल को मुंबई के बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में प्रवेश समारोह 

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने सटाणा का दौरा किया। इस दौरान मोरे ने बावनकुले से मुलाकात की थी। इसके बाद सुनील मोरे सहित 11 पूर्व नगरसेवकों के बीजेपी में शामिल होने की बात तय हुई। मोरे के बीजेपी में शामिल होने से ग्रामीण क्षेत्र में बीजेपी मजबूत होगी। मोरे शहर विकास आघाड़ी के पूर्व 11 नगरसेवक और अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी में शामिल होने वाले हैं। 18 अप्रैल को मुंबई के बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में प्रवेश समारोह होगा।

स्थानीय बीजेपी नेताओं में नाराजगी का माहौल

सुनील मोरे ने नगराध्यक्ष के चुनाव में निर्दलीय के रूप में मैदान में उतरकर सभी दिग्गजों को हार का स्वाद चखाया था। इसके बाद उन्होंने सटाणा शहर में करोड़ों रुपए के विकास कार्य किए। मोरे के बीजेपी में शामिल होने से पार्टी मजबूत होने वाली है, तो वहीं एनसीपी को झटका लगने वाला है। मोरे का सटाणा की राजनीति में कद बढ़ने से स्थानीय बीजेपी नेता नाराज दिखाई दे रहे हैं।