नाशिक : जिले (District) में लगातार दूसरे दिन बिजली बिल (Electricity Bill) को लेकर किसानों (Farmers) ने आंदोलन किया। काटी गई बिजली सुचारु करने के लिए प्रशासन द्वारा कदम उठाए जाने का आश्वासन दिए जाने के बाद किसानों ने अपना आंदोलन खत्म कर दिया। इस मौके पर मौजूद भाजपा की विधायक देवयानी फरांदे (Devyani Farande) ने राज्य सरकार (State Government) पर किसानों (Farmers) के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया।
नाशिक जिले में लगातार किसान संगठनों के जरिये किसान बिजली बिल देने का विरोध कर रहे है। नाशिक जिले में इसी मुद्दे को लेकर शनिवार को नाराज किसानों ने इगतपुरी तहसील वाडीवर्ह में बिजली मंडल कार्यालय आंदोलन किया था। जबकि रविवार को नाशिक तहसील के सय्यद पिंपरी गांव में किसानों ने उग्र आंदोलन किया। इस दौरान किसानों ने हाई वोल्टेज टॉवर पर चढ़कर शोले स्टाइल में आंदोलन किया।
किसानों का आरोप है कि उन्हें पिछले 10 सालों से यानी 2012 से ज्यादा बिजली बिल भेजा जा रहा है। बिजली बिल कम करने के लिए आवेदन देने के बावजूद बिजली बोर्ड उनकी बात नहीं सुन रही है। आवेदन मंजूर नहीं होने की वजह से यहां के किसान माफी योजना में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। इसी बीच बिजली बोर्ड द्वारा पिछले 3 दिनों से गांव के किसानों की बिजली काटी जा रही है। इससे नाराज किसानों ने गांव से गुजरने वाली हाईटेंशन टॉवर पर चढ़कर आंदोलन शुरू किया। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद पूरा सय्यद पिंपरी गांव इस टावर के नीचे पहुंच गया।
जानकारी मिलने के बाद पुलिस और बिजली बोर्ड के अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने आंदोलनकारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थे। घटना की जानकारी मिलने के बाद शिवसेना के सांसद हेमंत गोडसे और भाजपा विधायक देवयानी फरांदे मौके पर पहुंची और उन्होंने अधिकारियों के साथ बातचीत की। इसके बाद बिजली बोर्ड के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर घोड़के ने गांव से 50 आवेदन प्राप्त होने की जानकारी दी और कहा कि बिजली बोर्ड इस पर काम कर रहा है। लेकिन राज्य सरकार की बिजली माफी योजना में शामिल होने के लिए 50% राशि जमा करना आवश्यक है। किसान यह राशि जमा नहीं कर रहे हैं। इसी वजह से इन किसानों को लाभ नहीं मिलने की जानकारी उन्होंने दी।
बगैर कोई पूर्व सूचना दिए बिजली काटकर किसानों के साथ अन्याय किया गया है। महावितरण वर्ष 2022 के कृषि कानून के तहत बिजली बिल में सुधार करें।
– हेमंत गोडसे, सांसद
इस पर शिवसेना सांसद हेमंत गोडसे ने बिजली बोर्ड के कामकाज पर नाराजगी जताते हुए तुरंत कदम उठाने के आदेश दिए। वहीं भाजपा विधायक देवयानी फरांदे ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के साथ खिलवाड़ कर रही है। किसानों को किसी तरह का लाभ नहीं मिले इसे ध्यान में रखते हुए कदम उठाए जा रहे हैं। किसानों को प्रताड़ित करने की सजा राज्य सरकार को किसान जरूर देंगे। उन्होंने इस मामले में आंदोलन की भी चेतावनी दी है।
महाविरतण किसानों को बगैर कोई जानकारी दिए उनकी बिजली नहीं काटे। किसान पहले से ही संकट में है। महावितरण बिजली बिल में सुधार लाए। बिजली काटने की बजाय इस दिशा में कदम उठाए।
- योगेश घोलप, पूर्व विधायक