कपास खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ाएं

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किसानों के पास हजारों क्विवंटल कपास का भंडारण

 बेडसे ने सहकार मंत्री से की मांग

शिंदखेडा. शिंदखेड़ा क्षेत्र में 70 फीसदी किसान कपास उत्पादक हैं. वर्तमान में बड़े पैमाने पर कपास उत्पादक किसानों के घरों में हजारों क्विंटल कपास पड़ा हुआ है. शिंदखेड़ा और दोडाईचा शहर कोरोना की चपेट में हैं. जिसके चलते कपास खरीदी बंद पड़ी हुई है जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान सहना पड़ रहा है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता संदीप बेडसे ने सहकार मंत्री बाला साहेब पाटिल को ज्ञापन सौंपकर कपास खरीदी शुरू किए जाने की मांग की है. सहकार मंत्री को सौंपे ज्ञापन में संदीप बेडसे ने मंत्री को अवगत कराया है कि शिंदखेड़ा तहसील में सी.सी.आई योजना के माध्यम से कपास खरीदी केंद्र शुरू किया गया है, पर कुछ कारणवश  केंद्र बंद हो गया. 

चल रहा खरीद केंद्र नाकाफी

प्रशासन से बार-बार चर्चा करने के बाद केंद्र चालू किया गया. अब लगभग तहसील में 2500 से 3 हजार किसानों का कपास पंजीकरण हुआ है. इसमें से मात्र 1850 किसानों का कपास खरीदा गया है.शेष किसानों का कपास घर में ही पड़ा है. खेतों में बुआई की परेशानी, तो सामने कोरोना का कोहराम व्याप्त है. तहसील में तीन कपास केंद्र थे. अब केवल दो शुरू हैं, उसमें भी एक जिनिंग में 12 से 15 क्विंटल कपास पड़ा है. उसके प्रोसेसिंग के बाद कपास खरीदी का मनसूबा है.

किसानोंं के सामने आर्थिक संकट

आंखों के सामने बारिश की दिक्कत, उसमें बुआई करने किसान के पास पर्याप्त धन नहीं होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. एनसीपी नेता बेडसे ने सहकार मंत्री पाटिल को ज्ञापन सौंपकर सुझाव दिया है कि शिंदखेडा तहसील में कपास खरीदी केंद्र बढ़ाएं अथवा नजदीकी जिले एवं तहसील जोड़ें, ऐसी मांग का ज्ञापन सहकार मंत्री बालासाहेब पाटिल को राष्ट्रवादी के पूर्व जिलाध्यक्ष संदीप बेडसे ने दिया.