Students in Ukraine

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    देवला : रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच युद्ध (War) के परिणाम स्वरूप बड़ी संख्या में शिक्षा के लिए यूक्रेन जाने वाले छात्र इस युद्ध के कारण फंसे हुए हैं। दीपक शिवाजी देवरे की बेटी दिशा देवरे भी यूक्रेन में फंसी हुई हैं। उसके पिता ने अनुरोध किया है कि उसे जल्द से जल्द भारत वापस लाया जाए। दिशा डेढ़ साल पहले एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई (Studies) करने यूक्रेन गई थीं। दिशा ने वीडियो कॉल के जरिए जानकारी देते हुए बताया कि यहां 1200 से 1300 भारतीय छात्र एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं।

    युद्ध के कारण सभी विश्वविद्यालय में फंस गए हैं और लोगों को बाहर जाने की अनुमति नहीं है। क्योंकि यह विश्वविद्यालय देश के मध्य में स्थित है, इसलिए अन्य देशों की सीमाएं यहां से 1000 किलोमीटर से अधिक दूर है। ऐसे में निकलना मुश्किल हो गया है। दिशा पिछले साल जून-जुलाई में डेढ़ महीने कोरोना के चलते घर आई थी। लेकिन कोरोना की स्थिति नियंत्रण में आने के बाद, वह अपनी शिक्षा के दूसरे वर्ष के लिए यूक्रेन के ज़ाप्रोसिया स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में लौट गई। अब जबकि युद्ध जारी है, वह यूक्रेन में फंसी हुई है।

    दिशा ने एक वीडियो कॉल में कहा कि स्थानीय प्रशासन हमें सब्र दे रहा है। अस्थायी भोजन, सामग्री संग्रहीत की जाती है। लेकिन यह कितने दिनों तक चलेगा, यह कहना संभव नहीं है। उसने अनुरोध किया है कि हमें जल्द से जल्द भारत वापस ले जाया जाए। वहां की विकट स्थिति का वर्णन करते हुए उसकी आंखों में आंसू आ गए। इस संबंध में डॉ. दिशा के पिता डॉ. देवरे ने कहा कि हम दिशा के लगातार संपर्क में हैं। कलेक्टर कार्यालय ने उसके बारे में जानकारी दी है। हम वहां की स्थिति से चिंतित हैं और मांग की है कि भारत सरकार सभी छात्रों को जल्द से जल्द स्वदेश वापस लाए।