Political eclipse on Nashik Neo Metro, Mahavikas accident became speed breaker
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    नाशिक : प्रधानमंत्री (Prime Minister) नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के वाराणसी लोकसभा (Varanasi Lok Sabha) सीट (Seat) के टायरबेस प्रोजेक्ट को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री (Chief Minister) योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) गोरखपुर विधानसभा क्षेत्र (Gorakhpur Assembly Constituency) में साकार करेंगे।

    वहीं नाशिक का प्रोजेक्ट शुरू नहीं किया जा रहा था, लेकिन अब उत्तर प्रदेश के चुनाव को देखते हुए 15 से 25 जनवरी के बीच नाशिक सहित गोरखपुर में मेट्रो को हरी झंडी दिखाने की तैयारी प्रशासन ने शुरु कर दी है। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अक्टूबर 2018 में नाशिक में मेट्रो सेवा शुरू करने की घोषणा की थी। इसके बाद शहर में मेट्रो सर्वेक्षण करने का काम सिडको और महामेट्रो द्वारा किया गया था।

    राज्य सरकार, सिडको और महानगरपालिका का हिस्सा 255 करोड़ होगा

    नाशिक में मेट्रो सेवा शुरू करने के लिए प्रति घंटे 20 हजार यात्री क्षमता उपलब्ध नहीं होने की वजह से एलिवेटेड टायरबेस मेट्रो चलाने की सिफारिश महामेट्रो ने की थी। इसके अनुसार टायरबेस मेट्रो सेवा के लिए दिल्ली के राइट्स कंपनी द्वारा सर्वेक्षण किया गया। अगस्त 2019 में मेट्रो निओ प्रोजेक्ट नाम दिया गया। इसके बाद केंद्र की मंजूरी से प्रस्ताव पेश किया गया। 2021-22 के वित्त वर्ष का बजट पेश करते हुए मेट्रो निओ प्रोजेक्ट के लिए 2092 करोड़ रुपए का प्रावधान करने की घोषणा की गई। प्रोजेक्ट पर 2100.6 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। राज्य सरकार, सिडको और महानगरपालिका का हिस्सा 255 करोड़ होगा।

    प्रोजेक्ट शुरू करने के संदर्भ में उन्होंने सीनियर्स को निर्देश दिए

    केंद्र सरकार 707  करोड़ देगी जबकि 1,161 करोड़ कर्ज के रूप में लिया जाएगा। प्रोजेक्ट के लिए महानगरपालिका जगह उपलब्ध कराएगी। कोरोना की वजह से निओ प्रोजेक्ट को झटका लगा है। कोरोना का संकट नहीं आया होता तो अब तक एजेंसी की नियुक्ति कर प्रत्यक्ष रूप से काम की शुरुआत हो गई होती। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेट्रो निओ के प्रोजेक्ट का काम वाराणसी में कराने का प्रयास कर रहे है। प्रोजेक्ट शुरू करने के संदर्भ में उन्होंने सीनियर्स को निर्देश दिए है।

    25 जनवरी का मुहूर्त निश्चित किए जाने की जानकारी 

    नाशिक और वाराणसी में एक ही वक्त में दोनों प्रोजेक्ट को साकार रूप देने का निर्देश दिया गया था। ऐसे में नाशिक के मेट्रो नियो प्रोजेक्ट को मंजूरी देने में देरी हो रही थी। लेकिन अब वाराणसी की बजाय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव को देखते हुए गोरखपुर विधानसभा क्षेत्र में प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए 25 जनवरी का मुहूर्त निश्चित किए जाने की जानकारी सूत्रों से मिली है।