नासिक महानगरपालिका प्रशासन ने शुरू किया महासभा के सभागार का नवीनीकरण

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    नासिक : नासिकवासियों की विभिन्न समस्या महानगरपालिका प्रशासन (Municipal Administration) के साथ पदाधिकारियों (Office Bearers) के सामने रखने के लिए जो मंच है, उसे सभागार कहते है। इस सभागार का महानगरपालिका प्रशासन ने नवीनीकरण (Renovation) शुरू कर दिया है। इस पर 10 करोड़ रुपए खर्च होगा। आगामी चुनाव के बाद नए सिरे से चुनकर आने वाले पदाधिकारी और सदस्यों को चकाचक सभागार (Auditorium) में काम करने का मौका मिलेगा। महापौर की अध्यक्षता में मासिक महासभा का आयोजन यहां पर किया जाता है, जिसमें नगरसेवक अपने क्षेत्र की समस्याएं रखते है। इस पर जो निर्णय होता है, जिस पर प्रशासन अमल करता है। 

    नासिक महानगरपालिका के मुख्यालय राजीव गांधी भवन के दक्षिण दिशा में होने वाले इस सभागार का प्रशासन ने नवीनीकरण का काम शुरू किया है। हर 5 साल में 15 मार्च को नए सत्ताधारियों का सत्तारोहण होने से इस पार्श्वभूमी पर सभागृहा का कामकाज किया जा रहा है। परंतु समय पर चुनाव न होने से कामकाज भी धीमी गति से शुरू है। आज भी सभागार का कामकाज शुरू है। नए सत्ताधारी सत्ता मे आने से पहले सभागार चकाचक होने का दावा नासिक पश्चिम विभाग के कार्यकारी अभियंता सचिन जाधव ने किया। राज्य में महाविकास आघाड़ी का सरकार था तब सदस्यों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया।  इसके तहत महानगरपालिका में सदस्यों की संख्या 122 से 133 हो गई। आसनक्षमता बढ़ाना आवश्यक था। इसके तहत सभागृह के नवीनीकरण का कामकाज शुरू किया गया। मुख्य सभागार में 145 आसन क्षमता तो सभागार के ऊपर प्रेक्षक गैलरी में 50 प्रेक्षक क्षमता है। 

    ऐसा बदलेगा सभागार का चेहरा

    पुराने सभागार में जब सदस्य अपने विचार व्यक्त करते थे, तब उनका आवाज घुमता था। नए सभागार में एक्वा स्टिक बिठाया जाएगा। सीलिंग, पैनल, इलेक्ट्रिकल वर्क, फर्नीचर, रंग रोगन, पीओपी वर्क, एअर कंडिशनर बनाने का काम शुरू है। कुल मिलाकर नए सदस्यों को कामकाज करने के लिए चकाचक सभागार मिलने वाला है, जो अपने आप में एक बड़ी बात है।