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    -शैलेंद्र सिंह

    शिर्डी: महाराष्ट्र में शिंदे-फडणवीस सरकार (Shinde-Fadnavis Government) असफल साबित हो रही है। रोजाना शिंदे गुट और बीजेपी के विधायकों के बीच बहस हो रही है। बरसात से प्रभावित किसानों (Farmers) की मांगों की उपेक्षा और लाखों युवाओं को रोजगार देने वाली परियोजनाओं का राज्य से बाहर जाना सरकार की नाकामी है। इससे साफ नजर आता है कि सरकार एक सोच से नहीं चल रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि न केवल गुजरात में, बल्कि देश में भी एकजुट होने की जरूरत हैं।

    गुजरात में यदि बीजेपी को रोकना है तो समान विचारधारा वाले पक्षों को एक साथ आना होगा। पटेल ने कहा कि इस संबंध में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कांग्रेस के नेताओं से चर्चा की है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा नांदेड़ पहुंचने वाली है। इस यात्रा में एनसीपी के प्रतिनिधिक रूप से सहभागी होने की आह्वान कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने की है, पटेल ने का कि इस प्रस्ताव को लेकर शरद पवार ने अनुकूलता अपनाई है।

    गडकरी-फडणवीस की जवाबदारी 

    वेदांत फॉक्सकॉन परियोजना के बाद, कई परियोजनाएं राज्य से बाहर चली गई। टाटा एयरबस परियोजना नागपुर में आने वाली थी। नितिन गडकरी ने कहा था कि उन्होंने नागपुर के मिहान में इस परियोजना को हासिल करने की कोशिश की थी, लेकिन यह भी परियोजना राज्य से बाहर चली गई। मिहान के निर्माण में कांग्रेस-एनसीपी सरकार का बहुत बड़ा योगदान था, लेकिन अब यह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की जिम्मेदारी है कि वे मिहान में उद्योग स्थापित करें।

    2024 में दिखेगा किसने किसका कार्यक्रम किया 

    एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल पटेल ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस कहते हैं कि सही कार्यक्रम किया है पर किसने किसका कार्यक्रम किया, यह 2024 में स्पष्ट हो जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए लोगों के बीच पहुंचना होता है, तब उन्हें समझ में आएगा। शिंदे गुट द्वारा बनाई गई सरकार लोगों को पसंद नहीं आ रही है।