ST employees sit on indefinite fast

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    नाशिक : वेतन समेत विभिन्न मांगों को लेकर राज्य भर के एसटी कर्मचारियों (ST Employees) ने कल बुधवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल (Hunger Strike) शुरू कर दी है। नाशिक, मनमाड, पुणे, नागपुर, सोलापुर में कर्मचारी आक्रामक होते दिखाई दिए। अगर आंदोलन तेज होता है तो दिवाली की पूर्व संध्या पर यात्रियों को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। यह देखना बाकी है कि क्या राज्य सरकार और परिवहन मंत्री (Transport Minister) अनिल परब (Anil Parab) एसटी कर्मचारियों के मुद्दों को सुलझा सकेंगे।

    नाशिक में विभिन्न संगठनों के कर्मचारियों ने इस अनशन का समर्थन किया है। नाशिक के एन.डी पटेल रोड पर एसटी डिपो के कर्मचारी जमा हो गए थे। उन की मांग है कि उन्हें महंगाई भत्ता दिया जाए, वार्षिक वेतन वृद्धि दो प्रतिशत से बढ़ाकर तीन प्रतिशत की जाए। उन्होंने दीपावली से पहले भुगतान करने की मांग की। इंटक नेता जयप्रकाश छाजेड़ ने चेतावनी दी है कि प्रदेश में एसटी कर्मचारियों की मांगे नहीं मानी गई तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे। इस बीच मनमाड़ में भी कार्यकर्ता भूख हड़ताल पर चले गए। आंदोलन के चलते स्टेशन से किसी भी बस को नहीं छोड़ा गया। इससे यात्रियों को परेशानी हुई।

    पुणे, कोल्हापुर में भी आंदोलन

    एसटी कर्मचारियों ने पुणे और कोल्हापुर में भी आंदोलन शुरू कर दिया है। पुणे के स्वारगेट इलाके में एसटी निगम के संभागीय कार्यालय के बाहर ज्वाइंट एक्शन कमेटी की ओर से अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया गया है। कोल्हापुर में भी एसटी कर्मचारी आक्रामक हो गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि राज्य सरकार को तत्काल मांगों को स्वीकार करना चाहिए अन्यथा आक्रोष बढ़ जाने पर पूरे राज्य में आंदोलन किए जाएंगे।

    नागपुर, सोलापुर में अनशन शुरू 

    एसटी कर्मचारियों ने नागपुर में भी आंदोलन शुरू कर दिया है। इस दौरान एसटी का काम बंद कर दिया गया। कर्मचारियों ने तय किया है कि यात्रियों कि सुविधा के लिए कुछ योजना बनाई जाएगी। सोलापुर में श्रमिक कृति संघ ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। इस स्थान पर एसटी की परिवहन सेवा सुचारू रूप से चल रही है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि आंदोलन में शामिल होने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

    कलवण में शुरू हुआ अनशन 

    एसटी का राज्य सरकार में विलिनीकरण करें, वेतन बढ़ाने, महंगाई भत्ता बढ़ाने सहित विविध मांगों को लेकर राज्य परिवहन महामंडल के कलवण डिपो के कर्मचारियों ने अनिश्चितकालिन अनशन शुरू कर दिया है, जिसमें कृति समिति के भूषण पगार, मंसाराम चव्हाण, राजाराम पगार, राजेंद्र खैरनार, विलास पवार, ऋषिकेश बागुल, नारायण पगारे, अनुप खैरनार, दीपक काकुलते, काशिनाथ पवार, नारायण गांगुर्डे, प्रवीणकुमार गायकवाड़, कौशल चंद्रात्रे, राजेंद्र जाधव सहित अन्य कर्मचारी शामिल हुए।

    तीन चरणों में आंदोलन

    समिति की बैठक के निर्णय के अनुसार तीन चरणों में आंदोलन का निर्णय लिया गया है। अनशन 27 अक्टूबर को दिवाली से पहले शुरू हुआ। नागपुर में शीतकालीन सत्र के दूसरे या तीसरे दिन मोर्चा होगा। इसके अलावा एसटी कर्मचारी कार्रवाई समिति ने कहा है कि एसटी कर्मचारी एसटी का राज्य सरकार में विलय की मांग को लेकर अंतिम लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं।

    ये हैं प्रदर्शनकारियों की मांगें 

    महाराष्ट्र राज्य एसटी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संदीप शिंदे ने जानकारी दी है कि एसटी का राज्य सरकार में विलय, वेतन और महंगाई भत्ता बढ़ाने को लेकर आंदोलन चल रहा है। अगर जल्द ही आंदोलन खत्म नहीं हुआ तो दिवाली पर यात्रियों को परेशानी हो सकती है। लगभग 65 लाख लोगों को प्रतिदिन सुरक्षित सेवाएं प्रदान करने वाले एसटी कर्मचारियों को समय पर भुगतान नहीं किया जाता है। कोरोना काल में 306 एसटी कर्मचारियों की जान चली गई। एसटी कर्मचारियों को एच.पी.आर. समय पर नहीं मिल रहा, डीए समय पर नहीं मिल रहा। राज्य में हर संकट में एसटी स्टाफ सबसे आगे है। यह आंदोलन इसलिए शुरू किया गया है क्योंकि एसटी कर्मचारियों के साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है।