येवला तहसील की ऋतुजा बनी तहसीलदार

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– पिता से मिली थी प्रेरणा

– अधिकारी बनना बचपन का सपना

येवला. पिछले दिनों महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग की परीक्षा के नतीजे घोषित किए गए. जिनमें येवला तहसील के डोंगरगांव की निवासी ऋतुजा प्रकाश पाटील ने तहसीलदार पद के लिये क्वालीफाई किया है. ऋतुजा की खास बात ये रही कि इस परीक्षा के लिये उसने किसी भी प्रकार का क्लास नहीं लगाया और घर पर रहकर ही पढ़ाई की. एमपीएससी की परीक्षा की पढ़ाई लगातार करते रहने से उसे किसी प्रकार की क्लास की जरूरत नहीं पड़ी और उसे सफलता प्राप्त हो गई. ऋतुजा ने नाशिक के एचपीटी कॉलेज से 2017 में बीए पास किया और 2018 में ही उसने एमपीएससी के लिये इंटरव्यू दिया और 2019 में दूसरे ही प्रयत्न में उसने तहसीलदार की परीक्षा को पास कर लिया.

चर्चा सत्र में सबसे अधिक अंक

चर्चा सत्र में ऋतुजा को महाराष्ट्र में सबसे अधिक 70 मार्क प्राप्त हुए. 4 साल पहले ऋतुजा के पिता प्रकाश पंढरीनाथ पाटील (वाहन निरीक्षक) की एक हादसे में मौत हो गई थी. गुदरगढ़ किला में  वे अपने परिवार के साथ घूमने गए थे, इसी समय उनके ऊपर बिजली गिर जाने से मौत हो गयी थी. ऋतुजा के पिता सरकारी अधिकारी थे, इसलिये उसे भी अधिकारी बनने का बचपन से शौक था और उन्हीं से प्रेरणा लेकर ऋतुजा ने वरिष्ठ अधिकारियों में शामिल होने की ठान ली थी. उनके पिता कहा करते थे कि लोगों की सेवा के काम किए जा सकते हैं, लेकिन उसके लिये सरकार अधिकारी होना उत्तम मार्ग है. ऋतुजा का कहना है कि आज उनके माता-पिता की इच्छा पूरी हो गई जिसकी उन्हें बहुत खुशी है. ग्रामीण इलाकों में विकास काम करने का ऋतुजा का सपना रहा है.