Supriya Sule

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    मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की सांसद सुप्रिया सुले (NCP MP Supriya Sule) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की आलोचना करते हुए कहा कि कोविड-19 वैश्विक (COVID-19 Pandemic) महामारी के दौरान प्रवासी मजदूरों (Migrant Exodus) के लिए ट्रेनें महाराष्ट्र (Maharashtra) से अधिक गुजरात (Gujarat) से चलाई गईं थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को विपक्ष पर कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान प्रवासियों को डराकर मुंबई छोड़ने के लिए ‘‘उकसाने” का आरोप लगाया था। मोदी ने लोकसभा (Lok Sabha) में आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान ‘‘सभी हदें पार कर दीं।” 

    उन्होंने पार्टी पर श्रमिकों को उकसाने और डराने का आरोप लगाया और दावा किया कि इसके कारण प्रवासी श्रमिक मुंबई छोड़कर अपने मूल स्थान गए। महाराष्ट्र में शिवसेना नीत महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार है। कांग्रेस और राकांपा भी इसका हिस्सा है। सुप्रिया सुले ने मंगलवार को नयी दिल्ली में पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री का महाराष्ट्र को निशाना बनाना दुखद है, जिसने 2019 आम चुनाव में उनकी पार्टी की जीत में अहम योगदान किया था। 

    सुले से दावा किया, ‘‘ भारतीय रेलवे के आंकड़ों में पाया गया है कि गुजरात से प्रवासियों के लिए 1033 ट्रेनें चलीं, जबकि महाराष्ट्र से 817 श्रमिक ट्रेनें ही चलाई गईं।” उन्होंने तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल के 2020 में किए ट्वीट का भी हवाला दिया, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को प्रवासी मजदूरों के लिए चलाई ट्रेनों के मुद्दे पर निशाने पर लिया था। लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘‘गोयल ने 24 मई 2020 को एक ट्वीट में कहा था कि 125 श्रमिक ट्रेनें प्रवासी मजूदरों को घर पहुंचाने के लिए महाराष्ट्र से चलाए जाने को तैयार हैं। उन्होंने राज्य सरकार से एक घंटे के भीतर प्रवासी मजदूरों की सूची रेलवे को देने को कहा था।” 

    सुले ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद हरीश द्विवेदी ने पिछले हफ्ते लोकसभा में अपने भाषण में गर्व से कहा था कि केन्द्र सरकार ने प्रवासी श्रमिकों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए ट्रेनों का संचालन किया था। उन्होंने कहा, “तो फिर प्रधानमंत्री मोदी अपने भाषण में महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और पंजाब के बारे में ही क्यों बात कर रहे हैं? प्रधानमंत्री मोदी को महाराष्ट्र का अपमान करते हुए देखना मेरे लिए दुखद था, वह भी तब जब हम उनसे चीन, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर बोलने की उम्मीद कर रहे थे।”