नई दिल्ली: अभिनेत्री कंगना रनौत (Actress Kangana Ranaut) की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही हैं। कंगना के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट (Court) में एक याचिका दायर की गई है। इसमें देश में कानून-व्यवस्था (Law and Order) बनाए रखने के लिए उनके सभी सोशल मीडिया पोस्ट (Social Media Post) को भविष्य में सेंसर करने की मांग की गई है। कोर्ट के इस मामले में आने वाले दिनों में सुनवाई करने की उम्मीद है।
अभिनेत्री कंगना रनौत इससे पहले अपने बयानों को लेकर विवाद खड़ा कर चुकी हैं। उनके किसानों के प्रदर्शन (Farmers Protest) को खालिस्तानी आंदोलन के रूप में चित्रित करने वाले सोशल मीडिया पर दिए गए बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। कंगना के खिलाफ मुंबई के खार पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी। तो दूसरी तरफ इसी मामले में उन्हें दिल्ली विधानसभा की शांति और सद्भाव समिति ने 6 दिसंबर को तलब किया है।
A plea has been filed in the Supreme Court against actor Kangana Ranaut seeking future censoring of all her social media posts in order to maintain law and order in the country.
— ANI (@ANI) December 1, 2021
बता दें कि, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की शिकायत के बाद अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ खार पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी। एक बयान में अभिनेत्री पर इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में समुदाय के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है।
इस मामले में कंगन के खिलाफ आईपीसी की धारा 295ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, जिसका उद्देश्य किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को उसके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करना है) के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले में पुलिस आगे की जांच कर रही है।
इसके अलावा कंगना रनौत के देश की आज़ादी को लेकर दिए गए बयान पर भी विवाद हुआ था। उन्होंने कहा था कि, साल 2014 में देश को असल आज़ादी मिली थी और इससे पहले को आज़ादी मिली थी वह बीक में दी गई थी। कंगना के इस बयान को लेकर कांग्रेस समेत कई राजनीतिक पार्टियों ने विरोध किया था।