Somatane Toll Plaza
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    पुणे: विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों सहित 46 संगठनों ने पुणे-सतारा रोड़ (Pune-Satara Road) पर पुणे (Pune) के नागरिकों से टोल (Toll) की अवैध वसूली को समाप्त करने और खेड़-शिवपुर टोल प्लाजा (Khed-Shivpur Toll Plaza) को हटाने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया है।

    आंदोलन के हिस्से के रूप में कात्रज चौक पर एक विरोध आंदोलन और एक हस्ताक्षर अभियान चलाया गया, जिसमे स्थानिक निवासियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। पुणे-सतारा रोड़, जो मुंबई-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-4 का हिस्सा है। इसका सह-ग्रेडेशन कार्य अक्टूबर 2010 में शुरू किया गया था, लेकिन काम में लगातार विलम्ब होता रहा। 

    काम में हो रही है देरी 

    काम मार्च 2013 तक पूरा होने की उम्मीद थी, लेकिन यह 12 साल बाद भी पूरा नहीं हो सका है। इस संबंध में लगातार हो रहे आंदोलन और शिकायतों के बाद कुछ दिन पहले ठेकेदार से टोल वसूली का ठेका वापस ले लिया गया था और अब राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से टोल वसूल किया जा रहा है।

    काम पूरा न होने पर भी टोल वसूली से लोग नाराज

    पुणे और पिंपरी-चिंचवड में पंजीकृत वाहनों को सड़क का काम पूरा होने तक खेड़ शिवपुर टोल टैक्स पर टोल से छूट देने का निर्णय लिया गया। उसी के अनुरूप क्रियान्वयन भी किया गया, लेकिन दोनों शहरों में वाहनों से टोल वसूली पिछले कुछ दिनों से जारी है। चूंकि सड़क का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है, इसलिए नागरिकों द्वारा आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है।

    20 किलोमीटर के लिए 100 किमी के टोल का भुगतान

    पुणे निवासियों को 20 किलोमीटर के लिए 100 किलोमीटर टोल का भुगतान करना पड़ता है। इस टोल संग्रह को नैतिक रूप से गलत बताते हुए इसके खिलाफ एक आंदोलन शुरू कर दिया गया है।  एक मई को कात्रज चौक पर हस्ताक्षर अभियान का आयोजन किया गया।