पिंपरी: ध्वनि प्रदूषण (Noise Pollution) फैलानेवाले बुलेट चालकों (Bullet Drivers) पर लगाम कसने की शुरुआत हो गई है। पिंपरी-चिंचवड पुलिस आयुक्त कार्यालय के यातायात विभाग ने पहली बार तेज आवाज करनेवाले बुलेट चालकों पर लगाम लगाने के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की है। यातायात पुलिस उपायुक्त आनंद भोइटे ने कहा कि वाहन चालकों को सभी यातायात नियमों (Traffic Rules) का पालन करना चाहिए। ताकि हादसों को कम किया जा सके। इसके साथ ही, बुलेट चलाने वालों को अपने बुलेट साइलेंसर में कोई बदलाव करके या पर्यावरण संरक्षण अधिनियम और ध्वनि प्रदूषण नियम का उल्लंघन करके अन्य नागरिकों को परेशान नहीं करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि गैरेज चालकों को बुलेट का साइलेंसर नहीं बदलना चाहिए क्योंकि जांच में अगर कोई गैरेज चालक ऐसा करता हुआ पाता है तो उसके खिलाफ भी मुकदमा चलाया जाएगा। कई बुलेट चालक अपने वाहनों के साइलेंसर बदलते हैं जिससे फायरिंग जैसी तेज आवाज आती है और आसपास के लोगों को परेशानी होती है। इससे ध्वनि प्रदूषण होता है। साथ ही बीमार, वरिष्ठ नागरिक और बच्चे भी इस शोर से ज्यादा प्रभावित होते हैं। नतीजतन, नागरिक ऐसे चालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
1,000 रुपए का जुर्माना लगाया जा रहा
ट्रैफिक शाखा ने ऐसे बुलेट चालकों के खिलाफ कार्रवाई करनी शुरू कर दी है जिन्होंने अपने वाहनों के साइलेंसर बदल दिए हैं, जिससे ध्वनि प्रदूषण होता है। ऐसे यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों पर 1 जनवरी, 2022 से जुर्माना लगाया जा रहा। नियमों का उल्लंघन करने वाले प्रत्येक चालक पर 1,000 रुपए का जुर्माना लगाया जा रहा है।
2,000 से अधिक मोटर चालकों पर मुकदमा
पिछले छह महीनों में 2,000 से अधिक मोटर चालकों पर मुकदमा चलाया गया। फिर भी नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों की संख्या कम नहीं हो रही थी। इसलिए परिवहन विभाग ने ऐसे नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का फैसला किया है।
लगातार हो रही है कार्रवाई
इसके तहत ऐसे चालकों को अब सीआरपीसी 41(1) के तहत नोटिस दिया जा रहा है। नतीजतन, उन्हें अदालत में पेश होना पड़ता है और कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ता है। इसके तहत पिछले 5 दिनों में यानी 26 जून से 30 जून के बीच 43 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 28 जून को 3 व्यक्तियों, 29 जून को 15 व्यक्तियों और 30 जून को 6 व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। यह विशेष अभियान पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त संजय शिंदे, पुलिस उपायुक्त आनंद भोइटे, सहायक पुलिस आयुक्त सतीश माने के मार्गदर्शन में चलाया जा रहा है।