पुणे: शहर में डेंगू का बुखार लगातार बढ़ रहा है। इस साल डेंगू के अब तक कुल 1 हजार 318 संदिग्ध और 96 संक्रमित मरीज मिल चुके है। इनमे से ज्यादातर मरीज ढोले पाटिल और औंध-बानेर क्षेत्रीय कार्यालयों के अंतर्गत पाए गए है। इन दोनों क्षेत्रों में शहर के 32 फिसदी डेंगू मरीज है, ऐसी जानकारी पुणे महापालिका के स्वास्थ्य विभाग ने दी। इसी बीच शहर में बारिश फिरसे शुरु हो गई है। मच्छरों का प्रजनन तेजी से बढ़ने की संभावना है।
शहर में इस वर्ष अप्रैल, मई और जून माह में डेंगू का कोई मामला सामने नहीं आया था। मई और जून में शहर में बारिश नहीं हुई। इसलिए इन दो महीनों में एक भी मरीज का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ। हालांकि जुलाई के माह में शुरू हुई बारिश के बाद शहर में डेंगू ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। जुलाई में कुल 225 संदिग्ध और 18 संक्रमित मरीज मिले थे। वहीं अगस्त माह में 16 क्षेत्रीय कार्यालयों में कुल 512 संदिग्ध और 47 संक्रमित मरीजों का निदान किया गया है। पिछले आठ माह में मनपा में डेंगू के निश्चित निदान वाले 96 मरीज पंजीकृत किए गए है।
कौन से क्षेत्रीय कार्यालय में कितने मरीज शहर में डेंगू के मरीजों में इजाफा हुआ है। इसमें सबसे ज्यादा ढोले पाटील क्षेत्रीय कार्यालय में 16 मरीज और औंध-बानेर में 12 मरीज मिले है। इसके साथ येरवडा-कलस-धनोरी में 10, कसबा-विश्रामबाग में 10, हडपसर-मुंढवा में 9, घोले रोड-शिवाजीनगर में 7, नगर रस्ता-वडगाव शेरी 5, भवानी पेठ 5, वारजे कर्वेनगर 4, कोंढवा येवलेवाडी 2, वानवडी-रामटेकडी 2, टिलक रस्ता-सिंहगड रस्ता 1, कोथरुड 1, केशवनगर 1, धनकवडी-सहकारनगर 1 मरीज मिले है।
क्यों बढ़ रहे हैं मरीज? बारिश का सीजन मच्छरों की पैदाइश के लिए अच्छा मौसम है। इसके कारण कई सोसायटियों और निजी प्रॉपर्टी में छतों या क्षेत्र में कूड़े के ढेर में मच्छरों के प्रजनन को बढ़ा दिया है। इसके कारण डेंगू के मरीजों की संख्या में भी वृद्धि दिखाई दे रही है। बारिश के कारण जमा हुए पानी में मच्छर पनप रहे है। इसमें से एडिस इजिप्ती मच्छर के कारण डेंगू होता है। यह मच्छर साफ पानी में अंडे देता है और उससे पैदा होने वाले मच्छरों से यह बीमारी फैलती है।
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