Electricity
File Photo

    Loading

    पुणे/औरंगाबाद: महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (MSEDCL) ने अकेले दिसंबर, 2022 में 11.69 करोड़ रुपए की बिजली चोरी (Electricity Theft) के 879 मामलों का पता लगाया है। अधिकारियों ने कहा कि इसके अलावा अनियमितताओं के 539 और मामलों की पहचान की गई हैं। 

    महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के सुरक्षा और प्रवर्तन विभाग के कार्यकारी निदेशक प्रमोद शेवाले के नेतृत्व में कम से कम 63 उड़न दस्तों (Flying Squads) ने बिजली चोरी का पता लगाने के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया। MSEDCL द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, बड़ी संख्या में बिजली चोरी के मामले वाणिज्यिक और औद्योगिक ग्राहकों से जुड़े हैं।

    राज्य में कई जगहों पर बिजली चोरी के मामले उजागर 

    पुणे के वाघोली के पास, दस्ते ने दो स्टोन क्रशरों द्वारा 1.44 करोड़ रुपए की बिजली चोरी का पता लगाया। उल्हासनगर में 31.65 लाख रुपए की बिजली चोरी का पता चला है। बिजली चोरी के 879 मामलों में से कोंकण क्षेत्र में कम से कम 249 मामले 4.40 करोड़ रुपए, पुणे के इलाकों में 3.68 करोड़ रुपए के 135 मामले। नागपुर क्षेत्र में 1.72 करोड़ रुपए के 244 मामले और औरंगाबाद क्षेत्र में 1.88 करोड़ रुपए के 251 मामले पाए गए।  

    चोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश 

    MSEDCL के बयान में कहा गया है कि सुरक्षा और प्रवर्तन विभाग ने अप्रैल और दिसंबर 2022 के बीच नौ महीनों में उड़न दस्ते की मदद से 6,801 बिजली चोरी के मामलों का पता लगाया है। इस बीच, MSEDCL के प्रबंध निदेशक विजय सिंघल ने सभी मुख्य अभियंताओं को बिजली चोरी में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिए हैं।