Ashwini Jagtap

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पिंपरी: पूरे महाराष्ट्र राज्य की नजरें जिस पर गड़ी हुई थी उस चिंचवड विधानसभा उपचुनाव (Chinchwad Assembly By-Election) में बीजेपी (BJP) का परचम फिर लहराया है। इस चुनाव में बीजेपी की अश्विनी जगताप (Ashwini Jagtap) ने जीत दर्ज करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विट्ठल उर्फ नाना काटे (Nana Kate) को 36 हजार 91 वोटों से हराया है। उनकी जीत ने साबित कर दिया कि चिंचवड का गढ़ जगताप परिवार का ही है और जगताप ही चिंचवड़ के ‘बाहुबली’ है। उधर, पुणे के कसबा विधानसभा उपचुनाव से कांग्रेस की जीत में महाविकास आघाड़ी के दलों की एकजुटता अहम साबित हुई। 

वहीं, चिंचवड में शिवसेना (ठाकरे गुट) के बागी राहुल कलाटे जो इस चुनाव में तीसरे नंबर पर चले गए हैं, ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नाना काटे की विधायकी का रास्ता ‘काट’ दिया है। काटे को कुल 99 हजार 343 वोट मिले, जबकि कलाटे को कुल 44 हजार 82 वोट मिले हैं। कसबा का परिणाम और चिंचवड में काटे- कलाटे को मिले कुल वोटों से यह साफ हो गया है कि अगर बीजेपी जैसी महाशक्ति को रोकना है तो महाविकास आघाड़ी यानी सभी विपक्षी दलों को एकजुट होकर लड़ना होगा।

मैदान में कुल 28 प्रत्याशी थे 

परिसीमन के बाद से ही चिंचवड विधानसभा चुनाव क्षेत्र पर एकछत्र शासन करनेवाले स्व. विधायक लक्ष्मण जगताप के देहांत के चलते रिक्त हुई सीट के लिए रविवार को उपचुनाव हुए। 

दिग्गज नेताओं ने किया था प्रचार

इस उपचुनाव के मैदान में बीजेपी-शिवसेना (शिंदे गुट) महायुति की ओर से स्व. विधायक जगताप की पत्नी अश्विनी जगताप, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-कांग्रेस-शिवसेना (ठाकरे गुट) महाविकास आघाड़ी की ओर से विट्ठल उर्फ नाना काटे, शिवसेना (ठाकरे गुट) के बागी राहुल कलाटे सहित कुल 28 प्रत्याशी थे। महायुति की ओर से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित राज्य और केंद्र सरकार के मंत्री, विधायक, सांसद और महाविकास आघाड़ी की ओर से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार, कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे, धनंजय मुंडे, छगन भुजबल सहित दिग्गज नेताओं की फौज प्रचार में उतारी थी। 

निर्दलीय कलाटे को वंचित बहुजन आघाड़ी का था समर्थन

निर्दलीय कलाटे को वंचित बहुजन आघाडी का समर्थन प्राप्त था, वंचित के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने उनके प्रचार के लिए सभा भी की थी। मतदाताओं को लुभाने के लिए काफी पैसे, शराब, गिफ्ट उड़ाए गए। इसके बावजूद रविवार को 50.47 फीसदी मतदान दर्ज हुआ। सुबह-सुबह हुई मारपीट और शाम 5 बजे के बाद मतदान को लेकर बढ़ा ‘उत्साह’ साफ संकेत देता है कि उपचुनाव में तीनों प्रत्याशियों ने ‘मनी- मसल’ पॉवर का यथेच्छ इस्तेमाल किया गया। 

कुल 37 राउंड में मतगणना पूरी हुई

आज सुबह आठ बजे थेरगांव स्थित पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका के ग प्रभाग कार्यालय में उपचुनाव की मतगणना शुरू की गई। पोस्टल वोटिंग की गणना से ही बीजेपी की अश्विनी आगे रही। मतगणना के लिए 14 टेबल लगाए गए थे और कुल 37 राउंड में मतगणना पूरी हुई। हर राउंड में जगताप आगे रही और लगातार अपनी बढ़त कायम रखे हुए थी। यहां तक कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नाना काटे और शिवसेना के बागी राहुल कलाटे के गढ़ पिंपले सौदागर, रहाटनी और वाकड जैसे इलाकों में भी अश्विनी जगताप की बढ़त कायम रही। आखिरी दौर में जगताप परिवार का गढ़ कहे जानेवाले पिंपले गुरव, सांगवी, नवी सांगवी क्षेत्र की मतगणना शुरू होते ही 10 हजार के भीतर रही उनके वोटों की बढ़त 25 हजार पहुंच गई। 36वें राउंड तक जगताप के वोटों की बढ़त 36 हजार पार कर गई। 

नाना काटे को 99 हजार 343 वोट मिले

आखिरी 37वें राउंड में अश्विनी जगताप को एक लाख 35 हजार 434 वोट मिले। उनके प्रतिस्पर्धी एनसीपी के नाना काटे को 99 हजार 343 और निर्दलीय राहुल कलाटे को 44 हजार 82 वोट मिले। इस उपचुनाव में जगताप ने 36 हजार 91 वोटों से रिकॉर्ड जीत दर्ज की। 

कलाटे की गई बगावत महाविकास आघाड़ी की हार का सबब बनी

उन्हें मील वोटों के आंकड़ों पर गौर करें तो प्रतिस्पर्धी प्रत्याशियों का लगातार किया जा रहा दावा विफल साबित हुआ जिसमें स्व. विधायक लक्ष्मण जगताप के देहांत के बाद क्षेत्र में सहानुभूति की लहर नहीं है। पिछले दो विधानसभा चुनावों में नंबर दो की पोजिशन पर रहे राहुल कलाटे इस बार तीन नंबर पर फेंके गए। वहीं, एनसीपी के नाना काटे को दूसरी बार विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। ऐन वक्त पर टिकट कट जाने से राहुल कलाटे द्वारा की गई बगावत महाविकास आघाड़ी की हार का सबब बनी।