Electricity
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पुणे: ऐन गर्मी में अगर बिजली गुल हो जाए या बिजली काट दी जाए तो इससे बड़ी आफत और क्या हो सकती हैं। बच्चों की पढ़ाई, काम, बिजली से जुड़े दूसरे कार्य सभी ठप हो जाते हैं। पुणे जोन (Pune Zone) में 40 हजार लोगों को ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ रहा हैं, जिनकी बिजली काट (Power Cut) दी गई है। इसमें महाविरतण (Mahavitaran) का व्यवहार दुर्भानापूर्ण भले नजर आए, लेकिन पूरी गलती बिजली ग्राहकों (Electricity Customers) की हैं। बताया जा रहा है कि इन 40 हजार ग्राहकों पर महावितरण का करोड़ों रुपए बिजली बिल बकाया हैं।

महावितरण की तरफ से बार-बार बिजली बिल भरने की अपील करने के बावजूद बकाया नहीं भरने के कारण घरेलु, कमर्शियल और उद्योगों की बिजली काटने की मुहिम शुरू की गई है। पिछले दो महीने में पुणे जोन के 40 हजार 915 बकायेदारों की बिजली काट दी गई है।

132 करोड़ 89 लाख रुपए है बकाया

पुणे जोन के 6 लाख 6 हजार 569 घरेलु, कमर्शियल और औद्योगिक ग्राहकों पर 132 करोड़ 89 लाख रुपए का बिजली बिल बकाया है। इनमें पुणे शहर के 2 लाख 65 हजार 358 ग्राहकों पर 44 करोड़ 78 लाख और पिंपरी-चिंचवड शहर के 1 लाख 28 हजार 5 ग्राहकों पर 33 करोड़ 8 लाख रुपए, जबकि ग्रामीण में आंबेगांव, जुन्नर, मावल, खेड, वेल्हे, हवेली तालुका के 2 लाख 13 हजार 205 ग्राहकों पर 55 करोड़ 3 लाख रुपए का बकाया है।

महावितरण का सारा खर्च बिजली बिल पर निर्भर

महावितरण के राजस्व का प्रमुख स्रोत बिजली बिल से होने वाली वसूली है। बिजली खरीदी, दैनिक देखभाल और मरम्मत का खर्च, कर्ज का हफ्ता, ठेकेदारों की देनदारी, आस्थापना खर्च आदि का सभी खर्च बिजली बिल वसूली पर निर्भर करता है, लेकिन बिजली बिल का बकाया नहीं भरे जाने की वजह से महावितरण की तरफ से नहीं चाहते हुए भी बिजली काटने की कार्रवाई में तेजी लाई गई है। इसके तहत पिछले डेढ़ महीने में 40 हजार 915 बकायदारों के बिजली काट दिए गए है। इनमें पुणे शहर के 27 हजार 84, पिंपरी-चिंचवड शहर के 7 हजार 44 जबकि ग्रामीण में आंबेगांव, जुन्नर, मावल, खेड, मुलशी, वेल्हे, हवेली तालुका के 6 हजार 678 बकायेदार शामिल हैं।

महावितरण की सहयोग करने की अपील

बिजली काटने और काटे गए बिजली को जोड़ने के लिए महावितरण के सभी इंजीनियर, अधिकारी, कर्मचारी फिलहाल ऑन फिल्ड है। चीफ इंजीनियर राजेंद्र पवार जोन का दौरा कर उपविभाग और शाखा कार्यालय का दौरा कर बकाया वसूली की समीक्षा कर रहे है। खास बात यह है कि एक महीने का बिजली बिल बकाया होने के बावजूद बिजली बिल की रकम कितनी है यह देखते हुए नियमानुसार बिजली काटने की कार्रवाई जारी है। इसलिए महावितरण की तरफ से बकाया और मौजूदा बिजली बिल भरकर सहयोग करने की अपील की गई है।

शनिवार और रविवार को भी भर सकेंगे बिजली बिल

इसके अलावा बकाया की वजह से जिनकी बिजली काटने वाले बिजली कनेक्शन विभाग, मंडल और परिमंडल कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारियों की स्वतंत्र टीमों की तरफ से जांच जारी है। बकायेदारों ने बगल से या अन्य जगह से वायर डालकर बिजली लिया तो उन दोनों लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बिजली बिल भरने में आसानी हो इसलिए इस महीने में शनिवार और रविवार को महावितरण की अधिकृत बिजली बिल भरने का केंद्र खुला रहेगा।