पिंपरी: देहु संस्थान (Dehu Sansthan) ने आषाढ़ी वारी (यात्रा) की घोषणा की है। इसके अनुसार 20 जून को संत तुकाराम महाराज (Sant Tukaram Maharaj) की पालकी (Palki) पंढरपुर (Pandharpur) के लिए रवाना होगी। इस साल पालकी दो दिन पुणे (Pune) और इंदापुर (Indapur) में रहेंगी। पैदल यात्रा पूरी करने के बाद पालकी 9 जुलाई को पंढरपुर और 10 जुलाई को आषाढ़ी एकादशी पहुंचेगी, जबकि संत ज्ञानेश्वर महाराज की पालकी 21 जून को आलंदी से रवाना होगी।
रविवार को संत तुकाराम महाराज के पालकी समारोह की घोषणा की गई। इस साल पालकी 20 जून को देहू से पंढरपुर के लिए रवाना होगी। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सभी पाबंदियों में ढील दी गई है।
पालकी समारोह में कुल 329 दिंडीयां शामिल होंगे
पालकी समारोह में कुल 329 दिंडीयां शामिल होंगे। आषाढ़ी वारी की घोषणा के साथ ही वारकरियों में उत्साह का माहौल है। क्योंकि महामारी कोरोना के कारण वारकरी दो वर्ष तक पैदल पंढरपुर यात्रा में भाग नहीं ले सके, लेकिन परंपरा को तोड़े बिना कुछ वारकरियों की उपस्थिति में समारोह मनाया गया। दो साल बाद, वारकरी इस साल बड़े पैमाने पर आषाढ़ी वारी का इंतजार कर रहे हैं। महाराष्ट्र के गांवों में वारकरियों से आषाढ़ी वारी की तैयारी शुरू हो गई है। अब वे सभी संत तुकाराम महाराज और संत ज्ञानेश्वर महाराज के प्रस्थान के साथ भगवान विट्ठल के दर्शन के लिए जाने की उम्मीद कर रहे हैं।