
पुणे: सोशल मीडिया पर पुणे ट्रैफिक पुलिस (Pune Traffic Police) को लेकर दो युवकों द्वारा रिल्स (Reels) बनाने और उसे लेकर किए गए कमेंट को ट्रैफिक पुलिस (Traffic Police) ने दिल से ले लिया है। पुलिस ने पिछले 15 दिनों में सरकारी वाहनों पर किए गए कार्रवाई (Action ) का आंकड़ा देकर इस पर पर्दा डालने का प्रयास किया है। ट्रैफिक पुलिस ने दावा किया है कि 15 दिनों में 400 पुलिसकर्मी के साथ डॉक्टर, वकील, सरकारी अधिकारियों, सेना के वाहनों और परीएमपीएमएल वाहनों (MPML Vehicles) पर कार्रवाई की गई है।
शहर के ट्रैफिक पुलिस के कामकाज पर दो युवकों ने रिल्स के जरिए सवाल उठाए थे। रिल्स में लाइसेंस है क्या, कृपया रोककर अपना और हमारा समय बर्बाद मत करें। इस तरह का फलक लगाकर पुणेरी सांग लगाया गया है। यह रिल्स सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस रिल्स के बाद अब पुलिस ने पुलिस और सरकारी अधिकारियों के वाहनों पर की गई कार्रवाई की जानकारी दी है।
वीआईपी लोगों पर भी हुई कार्रवाई
बताया गया है कि शहर के हर भाग में ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई कर रही है। ये ट्रैफिक पुलिस किनारे में खड़े रहकर वाहनों को रुकवाते हैं। इससे पुणेकरों के मन में नाराजगी है। अब दंड वसूली और कार्रवाई की जा रही है। कुछ कर्मचारियों ने बातचीत में बताया कि हर दिन 15 रसीद काटने का टारगेट है। यह टारगेट पूरा नहीं होने पर जवाब देना पड़ता है, लेकिन पुलिस पर केवल आम लोगों पर कार्रवाई करने का आरोप लग रहा है। इसे लेकर आलोचनाएं भी हो रही है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि आम लोगों के साथ खुद को वीआईपी या खास समझने वाले लोगों पर भी कार्रवाई की गई है। इस कार्रवाई से कोई नहीं बचे हैं। डॉक्टर, वकील, सेना के अधिकारी, सरकारी सेवा के कर्मचारियों के साथ पुलिस और मीडिया के लोग भी शामिल हैं। ट्रैफिक पुलिस ने इसे लेकर 15 दिनों का आंकड़ा जारी किया है। इसमें सबसे अधिक कार्रवाई पुलिस पर की गई नजर आ रही है।
15 दिन में की गई कार्रवाई
पुलिस | 392 |
सरकारी सेवा के अधिकारी | 160 |
पीएमपीएमएल | 30 |
वकील और डॉक्टर | 151 |
सेना | 35 |
मीडिया | 27 |