मुंबई. कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने रविवार को कहा कि बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और समाज में नफरत को उजागर करने के लिए उन्हें अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू करने के लिए मजबूर होना पड़ा। केंद्र की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कई विपक्षी नेताओं ने एक मंच से निशाना साधा। ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव एलायंस’ (इंडिया) गठबंधन के घटक दलों के नेताओं ने लोकसभा चुनाव से पहले शक्ति प्रदर्शन करते हुए यहां एक विशाल रैली की। देश में 19 अप्रैल से सात चरणों में लोकसभा चुनाव शुरू होंगे।
अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के समापन के बाद मुंबई के शिवाजी पार्क में ‘इंडिया’ गठबंधन की रैली में राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी “ईवीएम, ईडी (प्रवर्तन निदेशालय), सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) और आयकर विभाग” के बिना लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाएंगे।
राहुल ने कहा, “मोदी के खिलाफ हमारी लड़ाई निजी नहीं है। वह (मोदी) एक मुखौटा हैं, जो शक्ति के लिए काम करते हैं। वह हल्के आदमी हैं, जिनका 56 इंच का सीना नहीं है।” कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी का “भ्रष्टाचार पर एकाधिकार” है। उन्होंने सवाल किया, “क्या आपको लगता है कि शिवसेना और राकांपा (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के लोग अलग होकर सत्तारूढ़ गठबंधन में ऐसे ही शामिल हो गए।”
VIDEO | Bharat Jodo Nyay Manzil: “We had to undertake this yatra because the communication system of the country, including media and social media, is not in the hands of the country. Issues that concern the public like umemployment, violence, inflation, farmers’ issues, etc. are… pic.twitter.com/nYjUETGwLH
— Press Trust of India (@PTI_News) March 17, 2024
वर्ष 2022 में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के विधायकों ने बगावत कर दी थी, जिससे पार्टी में विभाजन हो गया। बाद में शिंदे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन कर मुख्यमंत्री बने। वहीं, अजित पवार की बगावत के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में फूट पड़ गई।
राहुल ने यह भी दावा किया कि महाराष्ट्र के एक नेता ने उनकी मां सोनिया गांधी के सामने रोते हुए कहा कि उन्हें शर्म आती है कि वह ‘‘इस ताकत से और नहीं लड़ सकते और जेल नहीं जाना चाहते।” कांग्रेस नेता ने दावा किया कि मोदी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के बिना चुनाव नहीं जीत सकते।
राहुल ने कहा, “हमने निर्वाचन आयोग से वीवीपीएटी (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) की भी गिनती करने के लिए कहा, लेकिन हमारी मांग स्वीकार नहीं की गई।” वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल ने झुग्गी बस्ती की पुनर्विकास योजना का जिक्र करते हुए कहा कि मुंबई का धारावी चीन के शेनझेन शहर को टक्कर दे सकता है और एक विनिर्माण केंद्र के रूप में उभर सकता है लेकिन सरकार ऐसा नहीं होने दे रही है।
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के नेताओं ने जनता से अपने मताधिकार का सावधानीपूर्वक प्रयोग करने की अपील करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का तीसरा कार्यकाल यह सुनिश्चित करेगा कि आगामी लोकसभा चुनाव देश में आखिरी चुनाव हो। उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान बदलने के लिए 400 से अधिक सीट चाहती है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि ‘मोदी की गारंटी’ अमीरों के लिए है जबकि विपक्षी गठबंधन की गारंटी ‘आम आदमी’ के लिए है। उन्होंने कहा, “मैं शरद पवार और उद्धव ठाकरे से कहना चाहता हूं कि जिन्होंने पार्टी छोड़ दी है, उन्हें वापस नहीं लिया जाना चाहिए।”
खरगे ने कहा कि ‘इंडिया’ के सत्ता में आने पर ऐसे लोग इस गठबंधन में लौटना चाहेंगे। खरगे ने जनता से बड़ी संख्या में और सावधानी से मतदान करने को कहा। उन्होंने दावा किया, ”मोदी के एक और कार्यकाल का मतलब होगा कि आगामी चुनाव देश में आखिरी चुनाव होंगे।” राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार (राकांपा-शरद पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने अपने संबोधन में कहा कि महात्मा गांधी ने मुंबई से ‘भारत छोड़ो’ का आह्वान किया था। उन्होंने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के नेताओं से भाजपा को सत्ता से बाहर करने की शपथ लेने की अपील की। उन्होंने कहा, ”भाजपा ने लोगों से किये वादे पूरे नहीं किए। जो लोग प्रतिबद्धताओं का सम्मान नहीं करते उन्हें सत्ता से बाहर कर देना चाहिए। ‘मोदी की गारंटी’ की कोई सुरक्षा नहीं है।”
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (शिवसेना-यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, ”जब जनता एकजुट होती है, तो तानाशाही खत्म हो जाती है। किसी देश को एक व्यक्ति के नाम पर नहीं पहचाना जाना चाहिए लेकिन अब भारत सरकार को मोदी सरकार कहा जाने लगा है। क्या आप देश का नाम बदलना चाहते हैं? अब भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने और संविधान की रक्षा करने का समय आ गया है।” उन्होंने कहा कि भाजपा 400 लोकसभा सीट जीतना चाहती है क्योंकि वह ‘‘संविधान बदलना चाहती है।” राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की मदद से सरकारें गिराई जा रही हैं।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी लड़ाई नफरत की विचारधारा के खिलाफ है। हम व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री मोदी या अमित शाह (केंद्रीय गृह मंत्री) के खिलाफ नहीं हैं।” पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि भाजपा के लोग राहुल गांधी के नाम में ‘गांधी’ से डरते हैं। उन्होंने कहा, “भाजपा संविधान बदलने के लिए 400 से अधिक लोकसभा सीट जीतने की बात करती है।” झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनके पति को एक साजिश के तहत जेल भेजा गया। ईडी ने धन शोधन के मामले में हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया है।
वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के प्रमुख और डॉ. बी आर आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर भी रैली का हिस्सा बने लेकिन उन्होंने स्पष्ट रूप से यह नहीं बताया कि वह विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा हैं या नहीं। उन्होंने आम चुनाव में पश्चिम बंगाल में अकेले मैदान में उतरने वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी का जिक्र करते हुए कहा, “चाहे साथ हो या अकेले, आपको लड़ना होगा। बंगाल अलग रास्ते पर चला गया है। यहां एक साथ आने के प्रयास हो रहे हैं।” (एजेंसी)