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    नवी मुंबई: आम खाने के शौकीन हमेशा कोंकण के हापुस आम का इंतजार करते हैं। वाशी ( Vashi) स्थित एपीएमसी (APMC) की फल मंडी में टोकन के तौर पर जहां कोंकण से हापुस की 2 पेटी आई हैं। वहीं इसी नस्ल का अफ्रीका हापुस की एंट्री एपीएमसी मार्केट (APMC Market) में एंट्री हुई है। जिसकी वजह से अब अफ्रीकी हापुस का मुकाबला कोंकण के हापुस से होना तय हैं।

    वाशी की फल मंडी में आम का थोक में कारोबार करने वाले संजय पंसारे के अनुसार, अफ्रीकी हापुस का स्वाद कोंकण के हापुस आम जैसा होता है। इसके कारण इस आम को उपभोक्ताओं का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा हैं। अफ्रीका के मलावी से पहली खेप में 800 पेटी हापुस आम की आवक हुई है। जिसकी एक पेटी में आकार के हिसाब से 9 से 15 आम हैं। वर्तमान में मलावी से आयात किए गए इस हापुस आम के एक डिब्बे की कीमत तीन से पांच हजार रुपए के बीच है। कोंकण और अफ्रीका से हापुस आम की आवक जल्दी शुरू होने से इस साल आम के शौकीनों को जल्द ही हापुस का स्वाद लेने का मौका मिलेगा।

    मलावी में लगा है 450 एकड़ में आम 

    संजय पंसारे ने बताया कि 15 साल पहले कोंकण से हापुस आम के पेड़ों की कटिंग को अफ्रीकी देश में ले जाया गया था। जिसे वहां के मलावी इलाके में 450 एकड़ में लगाया गया था। मलावी का वातावरण कोंकण की तरह ही है, जिसकी वजह से वहां पर कोंकण के हापुस का हर साल अच्छा उत्पादन हो रहा है। पंसारे ने बताया कि मलावी के हापुस आम को पिछले 5 साल से भारत में आयात किया जा रहा है। महाराष्ट्र और गुजरात में इस मलावी आम की भारी मांग है। जिसकी वजह से अफ्रीका के मलावी से नवी मुंबई की एपीएमसी फल बाजार में इस आम की आवक बड़े पैमाने पर शुरू हो गई है।