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नवी मुंबई: बढ़ती हुई जनसंख्या (Increasing Population) के कारण नवी मुंबई महानगरपालिका (Navi Mumbai Municipal Corporation) के क्षेत्र में हर दिन निकलने वाले कचरे (Garbage) की मात्रा लगातार बढ़ रही हैं। यह कचरा महानगरपालिका के लिए चिंता का विषय बन रहा है, जिसे देखते हुए नवी मुंबई महानगरपालिका कमिश्नर राजेश नार्वेकर (Navi Mumbai Municipal Commissioner Rajesh Narvekar) ने कचरे का निपटारा करने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को अधिक क्षमता का ठोस अपशिष्ट शोधन संयंत्र स्थापित करने की जरूरत बताई। इस संदर्भ में महानगरपालिका कमिश्नर नार्वेकर ने कचरे का नियोजन करने और भूमि की मांग को लेकर शीघ्र ठोस कदम उठाने का निर्देश दिया है।

गौरतलब है कि नवी मुंबई महानगरपालिका क्षेत्र में हर दिन निकले वाले कचरे का वर्गीकरण कराने पर महानगरपालिका का शुरू से फोकस है जिसके तहत वह ‘जीरो गारबेज’ के लक्ष्य को प्राप्त करने का सतत प्रयास कर रही है। तुर्भे स्थित महानगरपालिका के डंपिंग ग्राउंड और कचरा परियोजना स्थल पर कम से कम कचरा आए इसके लिए अब परिमंड़ल स्तर पर कचरा संग्रहण केंद्रों की स्थापना के लिए योजना बनाने का निर्देश महानगरपालिका कमिश्नर ने दिया है। 

बनाई जा रही है जैविक खाद

मौजूदा समय में महानगरपालिका की कचरा परियोजना स्थल पर गीले कचरे पर बायोकल्चर का छिड़काव कर विंडरो तैयार किया जाता है और उसके बाद जैविक खाद तैयार की जाती है। यह जैविक खाद 28 दिन में तैयार होती है। जिसका निरीक्षण महानगरपालिका कमिश्नर नार्वेकर ने किया। इस मौके पर महानगरपालिका के शहर अभियंता संजय देसाई, अतिरिक्त शहर अभियंता शिरीष आरदवाड आदि मौजूद थे।

 किसान भी खरीद रहे महानगरपालिका से जैविक खाद

महानगरपालिका के तुर्भे स्थित कचरा प्रक्रिया केंद्र में हर दिन 700 मैट्रिक टन गीला और सुखा कचरा आता है, जिसमें से लगभग 65 प्रतिशत कचरे पर प्रक्रिया की जाती है। इस प्रक्रिया केंद्र में तैयार होने वाली जैविक खाद का उपयोग जहां नवी मुंबई महानगरपालिका के 200 से अधिक बगीचे में किया जा रहा है। वहीं अतिरिक्त जैविक खाद को नवी मुंबई महानगरपालिका क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों के अलावा अन्य शहरों के लोग और किसान भी इस खाद को खरीदकर उसका उपयोग कर रहे हैं। महानगरपालिका कमिश्नर ने इस खाद के दैनिक उत्पादन और उपयोग का तुलनात्मक अध्ययन कर इसके अधिक से अधिक उपयोग पर ध्यान देने के निर्देश महानगरपालिका के संबंधित विभाग को दिया है।

प्लास्टिक से बनाए जा रहे दाने

उक्त परियोजना स्थल पर प्लास्टिक का प्रसंस्करण करके उसके दाने बनाए जा रहे हैं। महानगरपालिका क्षेत्र में जब्त की गई प्रतिबंधित प्लास्टिक की थैलियों को इस परियोजना स्थल पर लाया जाता है और वैज्ञानिक तरीके से उसका निपटारा किया जाता है। नवी मुंबई में रहने वाले नागरिक सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह से बंद करें, इसके लिए महानगरपालिका कमिश्नर ने जन जागरूकता को और प्रभावी बनाने का निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिया है। परियोजना स्थल पर आने वाले ठोस कचरे की दुर्गंध नहीं फैले इसके लिए रसायन का छिड़काव किया जा रहा है। जिस पर विशेष ध्यान देने का निर्देश महानगरपालिका कमिश्नर ने संबंधित विभाग को दिया है।

तुर्भे एमआईडीसी क्षेत्र में नवी मुंबई महानगरपालिका की वैज्ञानिक ठोस अपशिष्ट प्रक्रिया परियोजना देश में सबसे अच्छी परियोजनाओं में से एक है। जिसमें सॉलिड वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट भी है। शहर में निकलने वाले कचरे को कम करने के लिए नागरिकों से घरों में निकलने वाले कचरे का वर्गीकरण घर में ही करने के लिए जनजागृति की जा रही है, जिसे नागरिकों का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। शहर की बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए भविष्य में कचरे के डंपिंग के लिए समस्या उत्पन्न नहीं हो, उसके लिए अभी से उपाय खोजने का निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिया गया है।

-राजेश नार्वेकर, कमिश्नर, नवी मुंबई महानगरपालिका