जोगेंद्र कवाड़े ने राज ठाकरे पर साधा निशाना, कहा-जिन छात्रों की तुम्हारे इशारे पर पिटाई हुई क्या वह उत्तर भारतीय छात्र क्या हिंदू नहीं थे?

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    उल्हासनगर : सच्चा हिंदू (True Hindu) कौन है यह बताने की वर्तमान समय (Present Time) में इसकी स्पर्धा (Competition) शुरू है, यह वही राज ठाकरे (Raj Thackeray) है। जिनके इशारों पर उत्तर भारत से मुंबई में परीक्षा देने आए हजारों उत्तर भारतीय युवकों (North Indian Youths) की इनके सेनिको ने बेरहमी से पिटाई की थी। क्या वह बच्चे हिंदू नहीं थे क्या वह पाकिस्तानी थे। महाराष्ट्र का राजनीतिक माहौल (Political Environment) खराब करने की बड़ी साजिश चल रही। जिससे राज्य में राष्ट्रपति शासन (President’s Rule) लग सके। महाराष्ट्र की जनता ऐसे किसी भी षड्यंत्र को पूरा नहीं होने देगी। यह कहना है पीपल्स रिपब्लिकन पार्टी (People’s Republican Party) के अध्यक्ष प्रा. जोगेंद्र कवाड़े (Jogendra Kawade) का स्थानीय टाउन हॉल में पीपल्स रिपब्लिकन पार्टी (पीआरपी) की एक दिवसीय राज्य स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया था। ठाणे जिला कमेटी के अध्यक्ष प्रमोद टाले की देखरेख में आयोजित बैठक में शामिल होने से पहले स्थानीय पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व सांसद और पीआरपी में अध्यक्ष जोगेंद्र कवाड़े ने उक्त बात कही। पार्टी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष गणेश भाई उनहावने, राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष जयदीप कवाड़े, महामंत्री बापू राव जगदाले, नवी मुंबई के जिला अध्यक्ष गजानन दांडगे, चरण इंगोले आदि ही इस मौके पर उपस्थित थे। 

    प्रा. कवाड़े ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए आगे कहा कि मनसे और बीजेपी आसमान छूती मंहगाई, बेरोजगारी जैसी विकराल समस्या पर एक शब्द नहीं बोल रही है। मस्जिद के लाउडस्पीकर उतारने से राज्य का माहौल खराब करने वालों को मंहगाई और बेरोजगारी की विकराल बन चुकी समस्या के समाधान की कोशिश करना चाहिए है। मस्जिद के लाउडस्पीकर उतारने में मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मस्जिद के लाउडस्पीकर को उतारने की चेतावनी देने वाले राज ठाकरे क्या अब तक बेहरे थे। कवाड़े का कहना है कि मस्जिदों के साथ मंदिरों के भी लाउडस्पीकर उतरने लगे है।   

    सरकार बदली लेकिन दलितों पर अत्याचार अब भी जारी

    इसी के साथ उन्होंने राज्य सरकार के खिलाफ भी नाराज़गी दर्शायी कवाड़े के अनुसार बीजेपी की सत्ता जाने के बाद महाविकास आघाडी ने सत्ता स्थापित की, सरकार बदली लेकिन दलितों पर अत्याचार अब भी शुरू है। बल्कि यह ग्राफ और बढ़ गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मांग की है की इस तरह के अपराध रोकने में लिए राज्य सरकार को कठोर नियम बनाने चाहिए, जिससे जातिवाद गुनहगारों की अपराध करने की हिम्मत न हो। वही प्रा. कवाड़े ने राज्य की सत्तारूढ़ सरकार के खिलाफ भी थोड़ी नाराजगी दर्शाते हुए कहा कि महाविकास आघाडी को हमारी पार्टी के समर्थन है लेकिन आघाडी द्वारा सत्ता में भागीदारी देना तो दूर कम से कम राज्य के हित में लिए जाने फैसलों के मौके पर हमें बुलाना चाहिए। दलित नेता ने कहा कि भले ही हमें सत्ता में हिस्सा नहीं मिला पर मुख्यमंत्री को मित्र पक्ष की समन्वय समिति बनाना चाहिए।