Lidar Technology

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    -राजीत यादव

    नवी मुंबई: नवी मुंबई महानगरपालिका (NMMC) क्षेत्र की संपत्तियों (Property) को चिन्हित करने के लिए महानगरपालिका द्वारा संपत्तियों का सर्वेक्षण (Property Survey) कराया जा रहा है, जिसके लिए अत्याधुनिक लिडार तकनीक ( Lidar Technology) का उपयोग किया जा रहा है। इस काम के लिए महानगरपालिका द्वारा 22 करोड़ रुपए का ठेका दिया गया है। यह काम अप्रैल 2022 से शुरू किया गया है, जो मार्च 2023 में पूरा होने वाला है। सर्वेक्षण का यह काम अब तक 50 प्रतिशत हुआ है। इस काम के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया किया जाएगा, जिसके लिए केंद्र और राज्य सरकार से अनुमति मिल गई है। 

     गौरतलब है कि महानगरपालिका क्षेत्र की सभी संपत्तियों का सर्वेक्षण अत्याधुनिक लिडार तकनीक का उपयोग करके किया जा रहा है। इस सर्वेक्षण कार्य को समय पर पूरा करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अब तक यह काम किस तरह से और कितना किया गया है, इसकी जानकारी लेने के लिए महानगरपालिका कमिश्नर अभिजीत बांगर द्वारा समय-समय पर काम की समीक्षा की जाती है। 

    बढ़ेगी महानगरपालिका की आय

    संपत्तियों के सर्वेक्षण का काम पूरा होने के बाद महानगरपालिका के संपत्ति कर विभाग द्वारा वर्ष 2023-24 के लिए संपत्ति कर से संबंधित बिल बनाकर संपत्ति धारकों को दिया जाएगा। इस सर्वेक्षण से महानगरपालिका की आय बढ़ने की संभावना नजर आ है। 

    दो तरह से सर्वेक्षण कर रहा ठेकेदार

     गौरतलब है कि लिडार तकनीक का उपयोग करके संपत्तियों का दो तरह से सर्वेक्षण किया जा रहा है। पहले प्रकार का ऑन-साइट मोबाइल वैन लिडार सर्वेक्षण यानी स्थलीय लिडार सर्वेक्षण किया जा रहा है। जो प्रगति पर है, जिसके तहत अब तक सर्वेक्षण का 50 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। दूसरे प्रकार में ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। महानगरपालिका के शहर अभियंता संजय देसाई के अनुसार, जनवरी 2023 तक महानगरपालिका क्षेत्र की संपत्तियों के सर्वेक्षण का काम पूरा हो जाएगा, जबकि सड़क आदि के सर्वेक्षण का काम मार्च 2023 तक पूरा होगा। 

    12 स्थानों पर बनाए गए हैं ग्राउंड कंट्रोल पॉइंट

    लिडार तकनीक का उपयोग करके स्थलीय सर्वेक्षण को चिह्नित करने के लिए नवी मुंबई महानगरपालिका के क्षेत्र में 12 स्थानों पर बेस मार्किंग के लिए ग्राउंड कंट्रोल पॉइंट (जीसीपी) स्थापित किए गए हैं रहे हैं।  इसका उपयोग मोबाइल लीडर और ड्रोन सर्वेक्षण द्वारा प्राप्त छवियों के भू-संदर्भ के लिए किया जा रहा है।  इससे सभी जीआईएस डेटा सटीक रूप से प्राप्त किए जाएंगे।  भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस मैपिंग) पर आधारित लिडार तकनीक का इस्तेमाल कर 360 डिग्री में व्यापक सर्वेक्षण किया जा रहा है। 

    लिडार तकनीक द्वारा सर्वेक्षण से शहर में नवी मुंबई महानगरपालिका के स्वामित्व वाली संपत्तियों के साथ-साथ पानी के पाइपलाइन, सीवरेजलाइन, स्ट्रीट लाइट, विभिन्न नागरिक सुविधाओं के बारे में भी जानकारी अपडेट की जाएगी। यह जानकारी महानगरपालिका क्षेत्र की समग्र विकास योजना के लिए उपयोगी होगी। लिडार तकनीक से संपत्ति सर्वेक्षण से महानगरपालिका क्षेत्र की संपत्तियों के बारे में सटीक जानकारी मिलेगी, जिससे महानगरपालिका की आय में इजाफा होने की पूरी संभावना है।

    -अभिजीत बांगर, कमिश्नर, नवी मुंबई महानगरपालिका