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    उल्हासनगर: बिजली चोरी (Electricity Theft) के आरोप में नामजद किए गए दो आरोपियों को वसई सत्र न्यायालय के अतिरिक्त जिला न्यायाधीश सुधीर देशपांडे ने पांच दिन की पुलिस हिरासत (Police Custody) में भेज दिया है। दोनों आरोपी वसई (Vasai) स्थित अमाफ ग्लास टफ कंपनी के पार्टनर हैं। अब्दुल्ला आजाद हुजैफा और शब्बीर असिर हुजैफा इनके नाम है।

    महावितरण के कल्याण मंडल के जनसंपर्क अधिकारी विजय सिंह दूधभाते द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, वाशी के फ्लाइंग स्कॉड ने अगस्त 2021 में फैक्ट्री में छापा मारकर 6 करोड़ 17 लाख 71 हजार रुपए की बिजली चोरी का पर्दाफाश किया था।  बिजली चोरी में दो गिरफ्तार साथियों, एक मकान मालिक और एक साथी समेत चार लोगों के खिलाफ सितंबर 2021 में वसई थाने में बिजली चोरी का मामला दर्ज किया गया था। मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए जमानत के लिए सेशन कोर्ट और फिर हाईकोर्ट पहुंचे। हालांकि, अपराध की प्रकृति और दायरे को देखते हुए सरकार और महावितरण के कड़े विरोध के कारण दोनों मामलों में आरोपियों के आवेदन खारिज कर दिया गया था।

    24 अप्रैल तक पुलिस रिमांड 

    वरिष्ठ पुलिस निरिक्षक कैलास बर्वे के मार्गदर्शन व जांच अधिकारी राहुलकुमार पाटिल के नेतृत्व में  कर्मचारी शंकर उथडे, श्रीकांत पाटिल ने  आरोपियों को गिरफ्तार कर 19 अप्रैल को  न्यायालय में पेश किया। सरकारी वकील जयप्रकाश पाटिल ने जोरदार युक्तिवाद किया। न्यायधीश ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों आरोपियों को 24 अप्रैल तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया। सुरक्षा और प्रवर्तन के कार्यकारी निदेशक शिवाजी इंदलकर के मार्गदर्शन में मुख्य अभियंता धनंजय औंधेकर, अतिरिक्त कार्यकारी अभियंता शशांक पंतवने और सहायक कानूनी अधिकारी राजीव वामन, जो महावितरण की ओर से मूल वादी हैं, ने महकमे का जोरदार बचाव किया।