ठाणे: मुंबई के महालक्ष्मी, जुहू की तरह ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के शहर ठाणे (Thane) में एयरफोर्स की जमीन पर में हेलीपैड (Helipad) बनाने की कवायद शुरू हुई है। ठाणे शहर का विकास तेजी से हो रहा है। एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने के लिए ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है। शहर में रेमंड कंपनी का एक मात्र निजी हेलीपैड है।
लेकिन कंपनी ने कपड़ा उद्योग को बंद कर बहुमंजिली इमारतों का निर्माण कर रही है। हेलीपैड वाली जगह पर इमारत खड़ी होने से हेलीपैड की सुविधा भी ख़त्म हो जाएगी। जिसको देखते हुए शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक (MLA Pratap Sarnaik) ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर येऊर स्थित एयरफोर्स की जमीन पर हेलीपैड बनाने की मांग की है।
विधायक सरनाईक ने कहा है कि ठाणे शहर की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। पोखरण रोड एवं घोड़बंदर रोड पर गगनचुंबी इमारतों का निर्माण तेजी से हो रहा है। शहर में इमरजेंसी लैंडिग की जरुरत पड़ सकती है। बड़ी दुर्घटना के समय घायलों को एयर लिफ्ट की जरुरत पड़ती है। एयर एंब्युलेंस के लिए हेलीपैड का होना नितांत आवश्यक है। उन्होंने कहा है कि मुंबई में जुहू में पवन हंस, सांताक्रुज में एयरपोर्ट , महालक्ष्मी रेस कोर्स, राजभवन, कफ परेड स्थित एयर फोर्स के हेलीपैड की ही तरह ठाणे में हेलीपैड की नितांत आवश्यकता है।
ठाणे शहर में बंद पड़े रेमंड टेक्सटाईल कंपनी की जमीन पर विजयपथ सिंघानिया स्कुल के बगल में सिंघानिया का खुद का हेलीपैड है। इसका फायदा सिंघानिया परिवार के साथ ही राजनीतिक दलों को भी मिलता था। बड़े नेताओं की सभा के लिए इस हेलीपैड का इस्तेमाल किया जाता रहा है। लेकिन कब इस जमीन पर इमारत खड़ी हो जाएगी कुछ कहा नहीं जा सकता है।
सरनाईक ने यह भी कहा है कि राज्य में भाजपा युती सरकार है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से अच्छे संबंध हैं। उन्हें एयरफोर्स की जमीन पर हेलीपैड बनाए जाने के लिए मनाया जा सकता है। हेलीपैड का फायदा ठाणे शहर ही नहीं अपितु जिले भर के लोगों को मिल सकता है।
We use cookies on our website to provide you with the best possible user experience. By continuing to use our website or services, you agree to their use. More Information.