Uddhav thackeray
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    नई दिल्ली/मुंबई. बीते 14 दिनों से चल रही महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीतिक उठापटक अब खत्म होने की कगार पर है। वहीं उद्धव ठाकरे इस्तीफे के बाद अब BJP ने भी अपनी सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री रहते हुए उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackrey) ने कई बड़े ऐसे फैसले दिए हैं। जिसके लिए उन्हें याद किया जाएगा। वहीं जाते-जाते उन्होंने औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नाम भी बदल दिए हैं।

    पारी के अंत में खेला हिंदुत्व कार्ड 

    हालाँकि महाराष्ट्र (Maharashtra) में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackrey) पर यूँ तो हिंदुत्व के एजेंडे को भूलने के है बड़े आरोप के। लेकिन इन सबके बीच अचानक अपने इस्तीफे से पहले उन्होंने अपना हिंदुत्व कार्ड खेलते हुए बीते बुधवार 29 जून शाम कैबिनेट की बैठक में प्रदेश के दो बड़े शहरों औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नाम बदल दिए दिए। इसके चलते अब औरंगाबाद को संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम बदलकर धाराशिव किया गया है। 

    इसके साथ ही शिवसेना सुप्रीमों उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री रहते कई बड़े फैसले लिए जिसके लिए उन्हें याद किया जाएगा। आज ऐसे ही 5 बड़े फैसलों के बारे में हम आपको बताते हैं।

    CM उद्धव ठाकरे के 5 बड़े फैसले 

    • उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री रहते नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (Navi Mumbai Airport) का नाम किसान नेता दिवंगत डीबी पाटिल (DB Patil) के नाम पर रखने की मंजूरी दी।
    • CM रहते उद्धव ठाकरे ने कैबिनेट की बैठक में औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर (Sambhaji Nagar) करने का प्रस्ताव पारित करवाया।
    • इसी कैबिनेट की बैठक में उनके द्वारा उस्मानाबाद का भी नाम बदलकर धाराशिव (Dharashiv) किया गया।
    • उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री रहते हुए मराठवाड़ा, विदर्भ और उत्तरी महाराष्ट्र के पिछड़े इलाकों में औद्योगिक उपभोक्ताओं को किफायती रेट पर बिजली उपलब्ध कराने के लिए 1,200 करोड़ रुपए का प्रावधान भी किया।
    • उनके मुक्यमंत्री पद पर रहते हुए पुणे-नासिक रेल मार्ग के लिए योगदान के रूप में 249 करोड़ रुपए का योगदान भी दिया गया।