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  • सैकड़ों हेक्टे. में फसल हुई तबाह

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वर्धा. जिले में अतिवृष्टि, ओलावृष्टि व बेमौसम बारिश के कारण अगस्त, सितंबर 2021 व जनवरी 2022 में बड़े पैमाने में फसलों का नुकसान हुआ था़  नुकसान क्षेत्र का सर्वेक्षण करके प्रशासन ने मदद निधि का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा़ परंतु पांच माह बीतने पर भी करिब 7,608 पीड़ित किसान मदद से वंचित है़ सरकार व प्रशासन की उदासीनता के कारण यह स्थिति बनी हुई है. 

कुछ वर्षों से प्राकृतिक आपदा का संकट

जिले का किसान पिछले कुछ वर्षों से लगातार प्राकृतिक आपदा का सामना कर रहा है़ गत वर्ष खरीफ मौसम में सोयाबीन की फसल किसानों के हाथों से निकल गई़ अतिवृष्टि व बीमारियों के प्रकोप से फसल नष्ट हुई़  इसलिए किसानों की उम्मीद कपास की फसल पर टीकी हुई थी़ किन्तु बोंड इल्ली, बेमौसम बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. आपदा के कारण जिले में कपास का उत्पादन अल्प हुआ़ किसी तरह बचीकुची फसल किसान घर ले गया़  मंडी में कपास को इस बार अच्छा मूल्य मिलने से किसानों को थोड़ी राहत जयर मिली़  खरीफ मौसम हाथ से निकलने के कारण किसानों की निगाहें रबी पर टीकी थी़  परंतु रबी मौसम पर भी प्रकृति का कहर टूट पड़ा है़ 

नुकसान से 2,975 किसान हुए थे प्रभावित

उल्लेखनीय है कि अगस्त व सितंबर 2021 में हुई अतिवृष्टि से खरीफ की फसल का भारी नुकसान हुआ था़  प्रशासनिक सर्वेक्षण के अनुसार अतिवृष्टि से 1615.78 हेक्टेयर क्षेत्र की फसल पूर्णत: बर्बाद हुई थी, इसमें करीब 2,975 किसान प्रभावित हुए़  इन किसानों को मिलने वाली 1 करोड़ 11 लाख 93 हजार 508 रुपए का राहत निधि अब तक जिला प्रशासन को प्राप्त नहीं हुआ है़  राहत निधि मिलेगा भी या नहीं, इसे लेकर अब किसान संदेह व्यक्त कर रहे है. 

जनवरी में 2,375.53 हेक्टेयर में फसल नष्ट

यही नहीं तो 8 व 9 जनवरी 2022 को बारिश व ओलावृष्टि हुई़  इसमें सब्जी, फल व खेती फसल बड़े पैमाने में बर्बाद हो गई़  प्रशासन ने नुकसान क्षेत्र का सर्वेक्षण किया़ इसमें आर्वी, आष्टी व कारंजा तीन तहसील में करीब 2,375.53 हेक्टेयर क्षेत्र में नुकसान दर्ज किया गया़  जिले के 5,633 किसान बाधित हुए थे़ नुकसान की भरपाई के लिए जिला प्रशासन ने सरकार के पास 2 करोड़ 62 लाख 64 हजार 108 रुपए का प्रस्ताव भेजा है़ किन्तु अब तक मदद राशि किसानों को न मिलने से पीड़ित किसानों में असंतोष व्यक्त हो रहा है. 

3.74 करोड़ की आवश्यकता

उल्लेखनीय है कि, इस आपदा से जिले के कुल 7,608 किसान प्रभावित हुए थे़ उन्हें राहत देने के लिए जिला प्रशासन ने सरकार केपास 3 करोड़ 74 लाख 57 हजार 616 रुपए की मांग की है़ परंतु अब तक निधि प्राप्त न होने से सरकार के प्रति असंतोष व्यक्त हो रहा है़ जिले का किसान खरीफ मौसम की तैयारियों में जुट गया है़ ऐसे समय उन्हें उक्त मदद मिली, तो खरीफ के लिए कुछ राहत मिल सकती है.