वर्धा. श्वान के हमले में गंभीर रूप से जख्मी हुई गाय को पुलिसकर्मियों ने सतर्कता दिखाते हुए जीवनदान दिया़ यही नहीं तो रातभर वहीं पर रुकते हुए गाय की सुरक्षा की़ पशुचिकत्सक व गौरक्षकों की मदद से इलाज के बाद गाय को करुणाश्रम में भेज दिया गया़ बता दें कि दो दिन पहले सेवाग्राम मार्ग पर क्रीड़ा संकुल के समक्ष एक गाय पर अचानक कुछ श्वानों ने हमला बोल दिया़ इसमें गाय गंभीर रूप से जख्मी हुई़ श्वान ने उसका कान भी काट खाया था.
यह बात डा़ बाबासाहब आंबेडकर चौराहे के एलसीबी प्वाइंट पर खड़े कुछ पुलिसकर्मियों के ध्यान में आते ही उन्होंने श्वान के चंगुल से गाय को छुड़ाया़ पश्चात एक पुलिसकर्मी ने इसकी सूचना पिपल्स फार एनिमल्स को देकर मदद की मांग की़ परंतु उन्होंने इस प्रकार मदद करने से मना करते हुए गाय को उनके केंद्र पर लाने की बात कही़ परंतु गाय की हालत काफी गंभीर होने से उसे कहीं ले जाना संभव नहीं था़ गाय पर पुन: श्वान हमला न करें इस लिए पूरी रात पुलिसकर्मी राजेश तिवस्कर ने वहीं पर रुककर गाय की सुरक्षा की.
इलाज करके पिपरी मेघे के करुणाश्रम में भेजा
दूसरे दिन सुबह एलसीबी के पीएसआई अमोल लगड, कर्मी श्रीकांत खड़से, नितेश मेश्राम व अन्य सहकर्मी वहां पहुंचे़ उन्होंने तुरंत युवा सोशल फोरम के सुधीर पांगुल को इसकी सूचना दी़ पांगुल ने यह बात विसावा एनिमल फाउंडेशन को बताई़ उनकी सूचना पर संचालक किरन मोकद्दम अपने पत्नी के साथ वहां पहुंचे़ पश्चात गौरक्षा दल के कुछ लोग वहां आये.
गाय की हालत देखते हुए पशु चिकित्सालय के कर्मियों को बुलाया गया़ मौके पर ही प्राथमिक इलाज शुरू किया गया़ इंजेक्शन देने के कुछ समय बाद गाय ने भी प्रतिसाद देना शुरू किया़ इसके बाद गौरक्षा दल के सदस्यों की मदद से पुलिसकर्मियों ने आटो में गाय को डाल कर पिपरी मेघे स्थित करुणाश्रम में भेज दिया़ फिलहाल गाय की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है़ पुलिसकर्मियों की सतर्कता व इन्सानियत को सराहा.