वर्धा. कोरोना के नए ओमिक्रान वेरिएंट के कारण चिंताओं में वृद्धि हो गई है़ डाक्टरों की ओर से जताई जा रही तीसरी लहर की संभावनाओं के चलते जिन्होंने वैक्सीन नहीं लिया, वह नागरिक अब वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंच रहे है़ इससे विगत कुछ दिनों से वैक्सीनेशन सेंटर पर नागरिकों की भीड़ हो रही है़ नागरिकों से टीकाकरण करने का आह्वान प्रशासन ने किया है.
1 लाख 25 हजार लोग वंचित
जिले में दूसरी लहर के बाद वैक्सीनेशन ने रफ्तार पकड़ ली है़ वहीं दीपावली के पूर्व वैक्सीनेशन की रफ्तार थोड़ी कम हुई थी़ ओमिक्रान वेरिएंट की दहशत की वजह से पुन: जिससे जिले की जनसंख्या के अब तक 8 लाख 40 हजार 164 नागरिकों ने कोरोना टीकाकरण पूर्ण हो गया है़ वहीं 4 लाख 92 हजार 901 लोगों ने कोरोना का दूसरा टीका लिया़ अभी भी 1 लाख 25 हजार नागरिक ऐसे है, जिन्होंने कोरोना का पहला टीका नहीं लगवाया है.
98 केंद्रो पर टीकाकरण शुरू
बुधवार को आर्वी, आष्टी, कारंजा, हिंगनघाट, वर्धा, समुद्रपुर, देवली, सेलु तहसील के कुल 98 टीकाकरण केंद्रों पर कोवैक्सीन तथा कोविशील्ड वैक्सीन उपलब्ध किया गया था़ इस दौरान 15 हजार 697 नागरिकों ने वैक्सीन का पहला टीका लिया, जबकि 697 ने दूसरा टीका लगवाया है.
सामाजिक संगठनों ने की पहल
टीकाकरण की गति थमने के बाद अचानक ओमिक्रान के खतरे के चलते विविध सामाजिक संगठनों ने जिले में टीकाकरण केंद्र शुरू किए है़ साथ ही ग्रामपंचायत द्वारा भी गांव स्तर पर टीकाकरण केंद्र फिर आरंभ कर गांव को शत प्रतिशत वैक्सीनेशन करने का प्रयास शुरू किया है़ इससे बीते 3 से 4 दिनों से टीकाकरण केंद्रों पर नागरिकों की भीड़ बढ़ रही है.
सरकार की चेतावनी का हो रहा असर
ओमिक्रान की पृष्ठभुमि पर सरकार ने नये से गाइड लाइन जारी की है़ टीका लगाने वाले व्यक्ति को ही विविध जगहों पर प्रवेश की अनुमति दी गई है, जिससे नागरिकों ने टीकाकरण आरंभ किया है़ नागरिक स्वयं होकर टीकाकरण केंद्र की जानकारी लेकर पहुंच रहे है़ जिले ने अभी भी टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित रूप से पूर्ण नहीं किया है.
नागरिक अभी भी बेफिक्र दिखाई दे रहे हैं
सरकार ने नागरिकों को मास्क अनिवार्य करने के साथ ही कोरोना प्रतिबंधात्मक निर्देशों का पालन करने की हिदायत दी है़ परंतु नागरिक अभी भी बेपर्वाह नजर आ रहे है़ शहरों की सड़कों पर बिना मास्क नागरिक घूमते हुए नजर आते है़ सरकारी तथा अर्धसरकारी कार्यालय में भी कर्मचारी बिना मास्क ही नजर आते है़ इससे आनेवाले दिनों में कोरोना संक्रमण का फैलाव बढ़ सकता है.