Potholes

  • प्रशासन की अनदेखी से नागरिकों में रोष

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वर्धा. बैचलर रोड पर न्यू आर्ट्स कामर्स कालेज के समक्ष बड़ी संख्या में वाहनों का आवागमन लगा रहता है़ मार्ग से जलापूर्ति की पाइप लाइन जाने से मरम्मत कार्य के लिए खुदाई की गई थी़ इसके बाद गट्टू लगाकर मरम्मत का कार्य नहीं किया गया़ मार्ग पर अनेक जगह इसी प्रकार के गड्ढे बने हुए है़ जिस कारण वाहन चालक प्रतिदिन दुर्घटना का शिकार हो रहे है़ं प्रशासन की अनदेखी के कारण नागरिकों में रोष बढ़ता जा रहा है.

विभिन्न जगहों पर नहीं की ढंग से मरम्मत

शहर में बैचलर रोड का पावडे चौक से लेकर दादाजी धुनिवाले चौक तक सीमेंटीकरण पूर्ण किया गया है़ मार्ग पर जहां से जलापूर्ति की पाइप लाइन है, वहां गट्टू लगाए गए है़ ताकि, पाइप लाइन लीकेज होने पर मरम्मत कार्य करने में आसानी हो़ लेकिन पाइप लाइन फुटने पर खुदाई के बाद मार्ग पर गट्टू लगाकर मरम्मत कार्य सही ढंग से नहीं किया जाता़ इससे मार्ग पर विभिन्न जगहों पर गड्ढे निर्माण हो गए है़ं, जिससे दुर्घटनाओं का प्रमाण बढ़ गया है.

अन्य जगह भी समस्या हो गई गंभीर

इतना ही नहीं तो मेन रोड, सिविल लाइन्स के अलावा शहर के अंतर्गत मार्गों पर भी पाइप लाइन फुटने के बाद एक बाद मार्ग की खुदाई से गड्ढे की समस्या गंभीर बनी हुई है़ इसमें नागपुर रोड स्थित जीएम मोटर्स परिसर, उसी परिसर का ओयो होटल, लोक महाविद्यालय परिसर, दादाजी धुनिवाले चौक, मेन रोड के साथ ही मार्केट के विभिन्न जगहों का समावेश है.  

संपूर्ण कार्य करना ठेकेदार की जिम्मेदारी

मार्ग पर संपूर्ण मरम्मत कार्य की जिम्मेदारी ठेकेदार की रहती है़ इसके बिल भी वह संबंधित प्रशासन के पास प्रस्तुत कर वसूल करता है़  लेकिन वास्तविक रूप में निर्माण कार्य नहीं होने से भ्रष्टाचार हो रहा है़ जलापूर्ति की पाइप लाइन की मरम्मत के लिए अगर खुदाई कार्य किया जाता है, तो वहां लगे हुए गट्टू पुन: जस के तस लगाने चाहिए थे़ लेकिन विभिन्न जगहों पर ठेकेदार की लापरवाही सामने आ रही है. 

2 वर्षों से मार्ग पर समस्या है बरकरार 

पाइप लाइन लीकेज की मरम्मत करने के लिए 2 वर्ष पूर्व गट्टू निकालकर मार्ग पर खुदाई कार्य किया गया था़ ठेकेदार ने कार्य में लापरवाही बरती है़ कई बार नगर परिषद प्रशासन के पास शिकायत करने के बावजूद ध्यान नहीं दिया जा रहा है. इतना ही नहीं तो जीएम मोटर्स परिसर व अन्य जगह पर भी वाहन खड़े रहने से दुर्घटना का डर बना रहता है, जिससे वाहन खड़े रखने पर प्रतिबंध लगाए.

-प्रशांत झलके, नागरिक.