udhhav-eknath
Pic: Twitter

    Loading

    नई दिल्ली/मुंबई.  जहां एक तरफ महाराष्ट्र (Maharashtra) में जारी सियायी उथल-पुथल के बीच CM उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) बीते बुधवार की रात को ही मुख्यमंत्री आवास वर्षा छोड़कर अपने पारिवारिक आवास मातोश्री जा चुके।  वहीं दूसरी तरफ गुवाहाटी में पार्टी विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे डेरा जमाए हुए हैं।  वक़्त के साथ अब धीरे-धीरे उनका पलड़ा और भी भारी होता जा रहा है, जिससे महाराष्ट्र में शिवसेना की स्थिति के और भी ज्यादा खराब होने की संभावना बन रही है। 

    उधर इन सबके बीच शिवसेना के 3 और विधायक बागी खेमे में शामिल होने के लिए आज सुबह असम के गुवाहाटी के लिए पहुँच गए।  जिसके साथ ही शिंदे खेमे के पास अब 36 विधायक (शिवसेना के पार्टी के 55 विधायकों में से) हैं।  ऐसे में दलबदल विरोधी कानूनों के तहत अयोग्यता का सामना किए बिना पार्टी को विभाजित करने के लिए शिदें को अब सिर्फ मात्र एक और विधायक की जरूरत है।  हालाँकि 5 निर्दलीय विधायक भी अभी एकनाथ शिंदे के साथ ही हैं। 

    इधर शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बीच शीर्ष पद छोड़ने की पेशकश के कुछ घंटों बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बुधवार रात दक्षिण मुंबई के अपने आधिकारिक आवास से उपनगरीय बांद्रा स्थित पारिवारिक आवास ‘मातोश्री’ चले गए हैं।  साथ ही उन्होंने यह भी कहलवाया कि, अगर शिवसैनिकों को लगता है कि वह (ठाकरे) पार्टी का नेतृत्व करने में सक्षम नहीं हैं तो वह शिवसेना के अध्यक्ष का पद भी छोड़ने के लिए तैयार हैं साथ ही मुख्यमंत्री के रूप में भी अगर वे उन्हें नहीं देखना चाहते तो वह अपना यह संवेधानिक पद छोड़ने के लिए तैयार हैं।  

    गौरतलब है कि महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के 55 विधायक हैं।  वहीं कल गुवाहाटी में डेरा डाले हुए शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे ने दावा किया था कि उन्हें अपनी पार्टी के ही 33 विधायकों का समर्थन प्राप्त है और उन्होंने बीते बुधवार देर शाम को एक प्रस्ताव पारित कर खुद को ही शिवसेना विधायक दल के नेता के रूप में बहाल कर दिया था।  ऐसे में आज का दिन शिवसेना और CM उद्धव ठाकरे के लिए बहुत ही महवपूर्ण साबित होने वाला है।  क्योंकि आज महाराष्ट्र की तस्वीर बहुत हद तक साफ होने की अपार संभावना है।