आर्णी. नागपुर- तुलजापुर मार्ग पर पुलिस ने नाकाबंदी कर हुंडई कार की डिक्की से 2 करोड़ रुपयों की कैश बरामदा की. वहीं इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को हिरासत में लिया है.
मिली जानकारी के अनुसार 10 जून को पुलिस को खबर मिली कि एक काले कलर के वाहन से आर्णी शहर में कैश रकम लायी जा रही है. इस जानकारी के आधार पर दारव्हा उपविभागीय पुलिस अधिकारी के मार्गदर्शन में दो टीमें तैयार की गई. पुलिस की टीम ने आर्णी क्षेत्र के नागपुर तुलजापुर हायवे पर आने जाने वाले वाहनों की चेकिंग शुरू की. राज्य महामार्ग क्रमांक 361 यवतमाल रोड पर जिनिंग के सामने खुले परिसर में उक्त वाहन और उसके आस पास कुछ लोग नजर आए. उनसे पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम मधुरम सत्यनारायण स्वामी निवासी.
सराफा लोहार गल्ली, रुख्मिणी प्लाझा नांदेड, बालाजी भिमराव चौधरी जुना नाका बसवेश्वर नगर नांदेड, रोहित किसनराव सोनपारखे राजनगर नांदेड, प्रदिप प्रकाश जोंधले नागसेन नगर नांदेड, संजीवकुमार निर्मला झा त्रिमुर्ती नगर नागपुर, गजानन गणेश गिरी फुलसावंगी फाटा, ढाणकी बताया. वहीं काले रंग की हुंडई कार नंबर MH 26 BC 7245 के बारे में पूछताछ करने पर उन्होंने वाहन मधुरम सत्यनारायण स्वामी के मालिकाना होने बात सामने आयी. वाहन की डिक्की की तलाशी लेने पर एक पीली बोरी, एक नीले कलर की थैली के अलावा एक लाल व नीले कलर थैली में 500 रुपयों की नोटों के बंडल पाए गए. डिक्की में 54000 नोटों के कुल 2 करोड़ 70 लाख रूपये और वाहन नंबर MH 26 BC 7245 सहित 2 करोड़ 75 लाख रुपयों का माल जब्त किया गया.
उक्त कारवाई पुलिस अधीक्षक पवन बन्सोड, अपर पुलिस अधीक्षक पियुष जगताप, उपविभागीय पुलिस अधिकार आदित्य मिरखेलकर के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक श्याम सोनटक्के, api विजय रत्नपारखी, गणपत कालुशे, दिपक राणे, सतिश चौधार, अरविंद जाधव, अशोक टेकाले , प्रदिप खडके, अरविंद चेमटे, रवि चव्हाण, अजय ठाकरे ने की.
आर्णी पुलिस ने इतनी बडी रकम पकडने के बाद पूरी रकम को गिनने के लिए स्वस्तिक जिनिंग पहुंचकर नोटों की गिनती की. वहीं इस दौरान मामले को अपने कैमरे में शूट करनेवाले एक मीडिया कर्मी को शूटींग करने से मना करते हुए शूटींग डिलीट करने के लिए कहा गया.
गांव में नकली नोटें होने की चर्चा
नोटों की बडी खेप पकडने के बाद पूरे गांव में उक्त नोटों का जखिरा नकली होने की चर्चाएं गर्म रहीं. पुलिस विभाग की ओर से भी इस संबंध में अब तक कोई अधिकृत जानकारी नहीं मिल पायी है. स्वस्तिक जिनिंग के मालिक का कहना रहा कि उक्त नोटों का जखिरा व्यापारी का है.