यवतमाल. पुरानी रंजिश में युवक की हत्या किए जाने की सनसनीखेज वारदात अति व्यस्ततम इंदिरा चौक में घटित हुई. मृत युवक का नाम कलंब के हलबीपुरा निवासी अश्विन उर्फ अब्दुल अशोक राऊत है. मृतक इंदिरा चौक में खड़ा था. इसी दौरान 2 दुपहिया पर 4 अज्ञात आए और उन्होंने युवक के सिर पर हथौड़े से हमला किया. हमला इतना जर्बदस्त था कि हथौड़ी का डंडा टूट गया. इतना ही नहीं तो आरोपियों ने चाकू से युवक के पेट पर सपासप वार किए.
घटना का अंजाम देने के बाद चारों आरोपी घटनास्थल से दुपहिया छोड़कर साप्ताहिक बाजार परिसर से भाग निकले. युवक को गंभीर अवस्था में ग्रामीण अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया. इस समय डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. अस्पताल में मृतक को देखने के लिए लोगों की भीड उमड़ पडी थीं. घटना की जानकारी मिलते ही कलंब पुलिस थाने के थानेदार अजित राठोड़, राजू इरपाते घटनास्थल पर पहुंचे. वहीं एसडीपीओ संपत भोसले ने भी घटनास्थल भेंट देकर जायजा लिया.
जन्मदिन के 1 दिन पहले हत्या
मृतक अश्विन का 17 जनवरी को जन्मदिन था. मृतक को जरा भी भनक नहीं थी कि 16 जनवरी की रात में उसकी हत्या कर दी जाएगी. युवक चौक में बिनधास्त खड़ा था, लेकिन आरोपियों ने अश्विन पर निगाहें रखते हुए उसकी हत्या कर दी. कलंब के इंदिरा चौक में अश्विन राऊत की हत्या को अंजाम देनेवाले हत्यारे चार नाबालिग निकले हैं. नाबालिग 2 हत्यारों को वर्धा और 2 नाबालिगों को कलंब तहसील के अंतरगांव से सोमवार की गिरफ्तार किया गया.
भाई की आत्महत्या पर चिढ़ाने से थी बौखलाहट
हिरासत में लिए गए चारों नाबालिगों में से एक हत्यारे के भाई ने प्रेमसंबंधों में 5 महीने पहले जहर पीकर आत्महत्या कर ली थीं. मृतक हत्यारे नाबालिग को चिढ़ाता था. इसका गुस्सा मन में पालते हुए हत्यारे नाबालिग ने अपने अन्य साथियों की मदद से अश्विन की हत्या की बात सामने आयी है. मृतक के छोटे भाई अमोल राऊत की शिकायत पर कलंब पुलिस ने मामला दर्ज किया है. जांच एसडीपीओ संपत भोसले के मार्गदर्शन में एपीआई अभय चौथनकर, पीएसआई किशोर मावसकर कर रहे है.
थानेदार के निलंबन की मांग को लेकर चक्काजाम
अश्विन को न्याय दिलाने के साथ ही थानेदार अजीत राठोड़ की लचर कार्यप्रणाली से ही हत्या की घटना सामने आयी है. उनके निलंबन की मांग को लेकर चक्काजाम आंदोलन किया गया. बाजार की संपूर्ण दूयुवकों को मोर्चा बस स्टॉप मार्ग से होते हुए कलंब नागपुर बायपास मार्ग पर पहुंचा. जहां पर युवाओं ने चक्काजाम आंदोलन करते हुए वाहनों की आवाजाही को रोक दिया.
हत्यारे को गिरफ्तार करने की मांग भी उठायी गई. शहर सहित तहसील में बढ़ते अपराध, अवैध व्यवसाय, चोरी, घरों में डकैती आदि घटनाओं पर अंकुश लगाने में थानेदार नाकाम साबित हो रहे हैं. थानेदार हटाओ की नारेबाजी की गई. आंदोलनकारी युवाओं को समझाने का प्रयास पुलिस अधिकारियों ने किया. माहौल बिगड़ता देख पुलिस दल बल सहित कमांडो, एलसीबी टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया. आक्रोशित युवकों के जमावडे द्वारा पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल पहुंचकर अश्विन को न्याय दिया जाए और थानेदार को हटाने की मांग की.
आश्वासन के बाद आंदोलन वापस
अपर पुलिस अधीक्षक पीयूष जगताप भी कलंब में पहुंच गए. आंदोलनकारी युवकों के साथ चर्चा की. 24 घंटे में थानेदार के खिलाफ नियमों के तहत एक्शन लेने का आश्वासन एएसपी जगताप ने दिया. जिसके बाद लगभग 4 घंटे से जारी आंदोलन को समाप्त कर दिया गया. आंदोलन के चलते एक किमी तक वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई थी और दोनों छोर की यातायाता पूरी तरह से प्रभावित हुई थीं.
आंदोलन के दौरान यवतमाल के एसडीपीओ संपत भोसले, पांढरकवडा के एसडीपीओ प्रदीप पाटिल, एलसीबी पुलिस निरीक्षक प्रदीप परदेशी, अवधूतवाड़ी पुलिस थाने के निरीक्षक मनोज केदारे, कलंब के थानेदार अजित राठोड़, यवतमाल शहर के एपीआई जर्नादन खंडेराव आदि की मौजूदगी में पुलिस कर्मचारियों का तगड़ा बंदोबस्त था.