Ujjwala fuel scheme , unsuccessful, women ,collecting firewood
मारेगांव. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत यह योजना राज्य और तहसील स्तर तक हर एक महिला के लिए बड़ी धूमधाम से लागू की गई थी, लेकिन दिन-ब-दिन जैसे-जैसे गैस की कीमतें आसमान छू रही हैं, गृहिणियां परेशान हो रही हैं और चूल्हे पर खाना बनाने की नौबत आ गई है. जिससे महिलाएं परेशान हो रही हैं. दोपहर की चिलचिलाती धूप अपने मासूम बच्चों को गोद में लेकर खेतों और जंगलों से लकड़ी इकट्ठा करने में लगी है.
ऐसा ही नजारा मारेगांव शहर की एक महिला अपने मासूम बच्चे को चिलचिलाती धूप में लकड़ी का भार लेकर ले जा रही है सिर और गोद में एक बच्चा. दिखता है कि उज्ज्वला योजना देश में बड़े बाजे के साथ शुरू की गई थी, लेकिन गैस की बढ़ती कीमतों के कारण, यह स्पष्ट है कि गैस सिलेंडर खरीदना हर किसी के लिए संभव नहीं है. गैस सिलेंडर अपनी जेब ढीली करने का साधन होकर उज्वला योजना फेल होने की बात गृहिणियां कर रही है.