Monu Manesar

Loading

गुरुग्राम: गोरक्षक मोनू मानेसर को अदालत ने मंगलवार को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले आज ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। मोनू मानेसर पर गत फरवरी में दो मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या के लिए राजस्थान पुलिस ने मामला दर्ज किया था, तब से वांछित था। बजरंग दाल के सदस्य पर नूंह में हुई हिंसा के लिए भीड़ को उकसाने का भी आरोप लगा हुआ है। 

मोनू मानेसर के वकील सोमदत्त ने कहा कि मोनू मानेसर को 26 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। उन्हें 26 सितंबर को दोबारा अदालत में पेश किया जाएगा। उनके खिलाफ गलत तरीके से मामला दर्ज़ किया गया है। 

बता दें कि नूंह में 31 जुलाई की हिंसा से पहले मानेसर(30) का एक वीडियो सामने आया था जिसमें उसने बताया था कि वह बृज मंडल जलाभिषेक शोभायात्रा में शामिल होगा और उसने लोगों से भी इसमें शामिल होने का आग्रह किया था। हरियाणा के नूंह में विहिप के नेतृत्व वाली इस यात्रा पर भीड़ ने हमला कर दिया था। इस हिंसा में नूंह और गुरुग्राम के छह लोग मारे गए थे। कई दिनों तक नूंह और आसपास के जिलों में तनाव रहा। 

इसके मद्देनजर प्रशासन ने निषेधाज्ञा लागू करने के साथ मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया था। कुछ समय बाद वीडियो को लेकर पूछे गए सवाल पर राज्य के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा था,”मैनें वो वीडियो देखा है, कहीं भी वो लोगों को दंगे करने के लिए नहीं कह रहा है। वह लोगों से यात्रा में भाग लेने का आग्रह कर रहा है।” 

 हरियाणा पुलिस ने कहा था कि हिंसा में मानेसर की भूमिका की भी जांच की जाएगी। इससे पूर्व राजस्थान पुलिस ने हरियाणा के भिवानी के लोहारू में दो व्यक्तियों नसीर(25) और जुनैद(35) के शव जली हुई कार में मिलने के बाद 16 फरवरी को मानेसर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। मृतक, राजस्थान के भरतपुर जिले के निवासी थे जिनका कथित तौर पर गौरक्षकों ने अपहरण कर लिया था और इसके बाद वे राजस्थान की सीमापार कर हरियाणा में घुस गए थे। 

राजस्थान पुलिस ने पिछले महीने बताया था कि साजिश रचने और अपराध को बढ़ावा देने में मानेसर की भूमिका “सक्रिय जांच के दायरे” में थी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने संवाददाताओं से कहा था कि उनकी सरकार मानेसर को पकड़ने के लिए राजस्थान पुलिस की हरसंभव मदद करेगी। हरियाणा में विहिप पदाधिकारी वरुण शर्मा ने दावा किया है कि मानेसर के विरुद्ध कोई मामला नहीं है। उन्होंने कहा,”बजरंग दल के कार्यकर्ता को बिना किसी कारण परेशान किया जा रहा है। हम इसका विरोध करते हैं।” (भाषा इनपुट के साथ)