कुरुक्षेत्र: हरियाणा के कुरुक्षेत्र (Kurukshetra) में सोमवार (12 जून) को किसान अपनी मांगो को लेकर फिर एक बार सड़क आ गए है। सूरजमुखी के बीज के लिए एमएसपी (MSP) की मांग को लेकर किसानों ने चंडीगढ़-दिल्ली नेशनल हाइवे (Delhi-Chandigarh NH) पर जाम लगा दिया। इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा, ‘हमने हाइवे जाम नहीं किया है, हम तो केवल यहां पर बैठे हैं। नेशनल हाइवे जाम करना ठीक नहीं है।’
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि हमारी केवल दो मांगें हैं, हिरासत में लिए गए किसानों को रिहा करें और एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज खरीदना शुरू करें। हम सरकार से बातचीत को तैयार हैं।
#WATCH | We are not blocking the highway. It is not right, highways should not be blocked: Farmer leader Rakesh Tikait in Haryana's Kurukshetra pic.twitter.com/6XjMLzeRBu
— ANI (@ANI) June 12, 2023
उल्लेखनीय है कि अपनी मांग को लेकर किसान कुरुक्षेत्र में महापंचायत आयोजित करने के लिए एकत्रित हुए थे। महापंचायत खत्म होने के बाद किसानों ने दिल्ली मुल्तान रोड को जाम कर दिया। सड़क के दोनों तरफ ट्रैक्टर लगाकर किसान बैठ गए हैं।
इससे पहले, भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में किसानों ने छह जून को शाहाबाद के पास राष्ट्रीय राजमार्ग को इस मांग के साथ छह घंटे से अधिक समय तक जाम कर दिया था कि सरकार सूरजमुखी के बीज न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार का इस्तेमाल करने के साथ ही लाठीचार्ज किया था।
बाद में, बीकेयू (चढूनी) के अध्यक्ष सहित इसके नौ नेताओं को दंगा और गैर-कानूनी सभा सहित विभिन्न आरोपों में गिरफ्तार किया गया था। सोमवार को महापंचायत में शामिल हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को एमएसपी पर सूरजमुखी की खरीद करनी चाहिए और शाहाबाद में गिरफ्तार किसान नेताओं को रिहा करना चाहिए। महापंचायत को संबोधित करते हुए टिकैत ने घोषणा की कि ‘‘केंद्र सरकार द्वारा किये गए वादे के अनुसार अगर एमएसपी के लिए एक कानून नहीं लाया गया तो संयुक्त किसान मोर्चा एक अखिल भारतीय आंदोलन शुरू करेगा।”