Cyclone Yaas

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    ओमप्रकाश मिश्र 

    रांची. बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान ‘यास’ (Cyclone Yaas) का असर आज सुबह से झारखण्ड (Jharkhand) के कई इलाकों में देखा गया। हालांकि मौसम विभाग ने गुरुवार को झारखण्ड में तूफान की चेतावनी जारी किया है पर आज सुबह से ही झारखण्ड के कई क्षेत्र इसकी चपेट में आ गए है। कई इलाकों में पेड़ (Tree) गिर गए है। सुबह से ही तेज बारिश (Rain) लगातार हो रही है। कई इलाकों में पानी का जमाव हो गया है, वहीँ पेड़ गिरने से बिजली भी बाधित हुई है। लगातार हो रही बारिश ने यहाँ के जन जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। झारखण्ड में तूफान से कल होने वाली तबाही के मद्देनजर राज्य सरकार ने एहतियात बरतते हुए सभी प्रखंड के पंचायत विकास पदाधिकारियों को ज्यादा नुकसान वाले संभावित क्षेत्रों का दौरा कर वहां के लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाने की जिम्मेदारी दी है। लोगों से अपील की जा रही है कि चिन्हित इलाकों को जल्द से जल्द खाली कर दें। असमर्थ लोगों को सुरक्षित ठिकानो पर पहुचाने का काम किया जा रहा है। साथ ही एनडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट कर दिया गया है। 

    मौसम विभाग ने झारखण्ड में गुरुवार के दिन तूफान से तबाही की चेतवानी दी है पर तूफान का असर आज से ही दिख रहा है। झारखण्ड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में लगातार हो रही बारिश और तेज हवाओं ने यहां के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। तेज हवा के कारण बहरागोड़ा स्थित पानीपाड़ा मुख्य सड़क पर पीपल के विशाल पेड़ के गिर जाने से यह मार्ग अवरुद्ध हो गया है। पश्चिमी सिंहभूम डूब क्षेत्र के अंतर्गत आता है इस इलाके में तबाही के अंदेशा को देखते हुए जिला आपदा प्रबंधन ने समूचे इलाके को खाली कराने का निर्देश जारी कर दिया है। सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

    50 राहत केंद्र बनाये गए

    झारखण्ड-ओड़िसा सीमा क्षेत्र अंतर्गत वैतरणी नदी के तटीय क्षेत्रों में बसे गांवों का निरीक्षण कर जिला प्रशासन ने वहां के तमाम ग्रामीणों को बुधवार शाम तक पुरे इलाके को खाली करने और सुरक्षित जगहों पर शरण लेने की अपील की है। राज्य के चाईबासा जिले में भारी बारिश के कारण नदी में तेज बहाव और निचले इलाकों में जल जमाव की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने वहां के लोगों को चाईबासा स्थित जेवियर स्कूल में ठहरने की व्यवस्था की है। चक्रधरपुर में नदी तटवर्ती क्षेत्र की हालत बेहद चिंताजनक है। चक्रधरपुर में बाढ़ की संभावना बनी रहती है। अभी दो वर्ष पूर्व इसी इलाके में आई बाढ़ में सैकड़ों घर पानी में बह गए थे।स्वर्णरेखा नदी के किनारे रहने वाले गुड़ाबाँदा प्रखंड के अलावा खरसावाँ, धालभूम गढ़, जैसे इलाकों से तक़रीबन चार हजार लोगों को रात में ही सुरक्षित जगहों पर स्थानान्तरित कर दिया गया है। लोगों को सुरक्षित रखने के लिए 50 राहत केंद्र बनाये गए है। 

    कई जगहों पर गिरे पेड़

    जमशेदपुर में आज सुबह से हो रही बारिश और तेज हवा ने यहाँ की स्थिति बिगाड़ दी है। कई जगह बिजली के खम्भे और बड़े पेड़ों के गिर जाने से विद्युत और यातायात बाधित हो गई है। जिले में बचाव और राहत कार्य में जिला प्रसासन के साथ पुलिस प्रशासन भी जुड़ गई है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। रांची, हजारीबाग, रामगढ़ धनबाद और बोकारो जिले में भी भारी बारिश और तेज हवा से तबाही मची है। 

    कंट्रोल रूम को हाई अलर्ट कर दिया गया 

    चक्रवाती तूफान से कल होने वाली तबाही को देखते हुए रांची जिला उपायुक्त छवि रंजन ने आपदा प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर तूफान से होने वाली क्षति के मद्देनजर व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। तूफान के दौरान विधि व्यवस्था और अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों की स्थिति को ध्यान में रखकर कंट्रोल रूम को हाई अलर्ट कर दिया गया है। कंट्रोल रूम में मजिस्ट्रेट को लगातार चौकस रहने का निर्देश दिया गया है। आपदा से किसी भी तरह के नुकसान और परेशानी से निपटने एवम  राहत प्राप्त करने के लिए 0651 -2207784 का एक नम्बर जारी किया गया है, जिसमे किसी भी तरह की समस्या या राहत बचाव कार्य के लिए आम लोग संपर्क कर सकते हैं । तूफान को लेकर झारखण्ड में भी भारी जान माल की नुकसान की आशंका जताई गई है। जिसे देखते हुए एनडीआरएफ की टीम को विशेष तौर पर सचेत किया गया है। एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन की दो कंपनी को रांची में जबकि तीन कम्पनियाँ जमशेदपुर में तैनात की गयी है। रांची और आस पास के जिलों में कल भारी बारिश होने की चेतावनी दी गयी है। दिन में 60 से 70 और शाम में 100 से 120 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ़्तार से हवा चलने की सम्भावना जताई गई है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने कल के दिन को भारी तबाही वाला दिन बताया है। उन्होंने कहा कि कई जगहों पर वज्रपात होने के भी आसार हैं। 26 और 27 मई को भारी बारिश और 28 से 30 मई तक लगातार हल्की बारिश होगी।