कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के गोवा में 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा (Goa Assembly Election) चुनावों के लिए तृणमूल कांग्रेस के वास्ते प्रचार करने की संभावना नहीं है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी (सपा) के लिए प्रचार के वास्ते सोमवार को राज्य के दो दिवसीय दौरे पर रवाना हुई बनर्जी ने गोवा जाने की संभावना से इनकार करते हुए कहा, ‘‘कोई और इसे देख रहा है।”
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने सोमवार को लखनऊ के लिए रवाना होने से पहले पत्रकारों से कहा कि वह विपक्षी एकता की खातिर सबसे घनी आबादी वाले उत्तरी राज्य में प्रचार करेंगी। तृणमूल कांग्रेस उत्तर प्रदेश में चुनाव नहीं लड़ रही है लेकिन वह सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए प्रचार करेंगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह पंजाब में भी प्रचार करेंगी, इस पर उन्होंने नहीं में जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘‘पंजाब में हम चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। हम पंजाब में 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। मैं पंजाब को लेकर उत्साहित हूं क्योंकि मुझे उस राज्य के लोग पसंद हैं। मैं पंजाब के जिलों को जानती हूं क्योंकि मैंने तब वहां का दौरा किया था जब वहां आतंकवाद चरम पर था।”
इन सवालों पर कि वह केवल उत्तर प्रदेश का दौरा ही क्यों कर रही हैं जबकि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं, इस पर बनर्जी ने कहा, ‘‘गोवा में कोई और प्रचार अभियान देख रहा है। मैं वृहद विपक्षी एकता की खातिर किसी अन्य स्थान (उत्तर प्रदेश) जा रही हूं।” तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी गोवा में प्रचार कर सकते हैं।
गोवा में कांग्रेस के तृणमूल कांग्रेस से गठबंधन करने से इनकार करने का प्रत्यक्ष जिक्र करते हुए बनर्जी ने कहा कि यह बेहतर होता कि देश की सबसे पुरानी पार्टी उत्तर प्रदेश में सपा के साथ गठबंधन करती। उन्होंने कहा, ‘‘अगर उन्होंने (कांग्रेस और सपा) उत्तर प्रदेश में एक साथ चुनाव लड़ा होता तो यह बेहतर होता। अगर आपको कुछ (सीटें) नहीं मिलती है तो महज दूसरों के कुछ वोट काटने के लिए लड़ने का कोई मतलब नहीं है। हमने गोवा में गठबंधन के लिए प्रयास किया था लेकिन उन्होंने (कांग्रेस) हमारी नहीं सुनी। अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में कड़ी टक्कर दे रहे हैं। हम उनका समर्थन कर रहे हैं।” (एजेंसी)